पाकिस्तान में सरकार चाहे इमरान की हो या शहबाज शरीफ की ये लोग कभी नहीं सुधरेंगे। जब-जब इनकी आवाम सवाल उठाती है, तब-तब ये लोग कुत्सित जिहादी मानसिकता को भड़काने में लग जाते हैं। हाल ही की बात लें तो शहबाज शरीफ ने जब से आवाम पर पेट्रोल बम फोड़ा है तब से लोगों ने उनका जीना हराम कर दिया हैष लोग पूछ रहे हैं कि महंगाई ही बढ़ानी थी तो फिर इमरान में और आपकी सरकार में क्या फर्क है। शहबाज शरीफ ने पेट्रोल-डीजल के दामों में बेतहाशा बढ़ोतरी से परेशान जनता का ध्यान बंटाने के लिए कश्मीर का राग छेड़ दिया है। इमरान खान की तरह शहबाज शरीफ ने भी नेशनल चैनल का सहारा लिया और कश्मीर पर स्यापा करने लगे। अपनी सरकार को संभालने के बजाए शहबाज शरीफ मोदी सरकार को अनुच्छेद 370 हटाने का मश्विरा देते नजर आए।
राष्ट्र के नाम संबोधन में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि एशिया में शांति के लिए 5अगस्त 2019के एकतरफा फैसले को खत्म करना भारत की जिम्मेदारी है। जिससे जम्मू-कश्मीर के मुद्दे को बातचीत के माध्यम से सुलझाया जा सके।दरअसल,पाकिस्तानी सरकारें कश्मीर मुद्दे को संजीवनी समझते हैं। जब पाकिस्तान के हालात बद से बदतर होने लगते हैं तो ये लोग कश्मीर का मुद्दा उठा लेते हैं।
ध्यान रहे, 5अगस्त, 2019को भारत की संसद में जम्मू-कश्मीर को भारतीय संविधान के अनुच्छेद 370के तहत दी गई विशेष स्वायत्ता को निरस्त कर दिया गया था। गृह मंत्री अमित शाह की ओर से इसको लेकर संसद में प्रस्ताव पेश किया गया था। वहीं भारत सरकार के इस फैसले का पाकिस्तान लगातार विरोध करता रहा है। हालांकि, भारत ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से स्पष्ट रूप से कहा है कि अनुच्छेद 370को खत्म करना उसका आंतरिक मामला है।
अब पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने शुक्रवार को कश्मीर का मुद्दा उठाते हुए अनुच्छेद 370के फैसले का जिक्र किया। यही नहीं पाकिस्तानी पीएम ने पेट्रोलियम पदार्थ जैसे डीजल, पेट्रोल, केरोसीन की कीमतों में इजाफे के सरकार के फैसले का बचाव किया। उन्होंने कहा कि देश को दिवालिया होने से बचाने के लिए ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी करना आवश्यक था।
पाकिस्तान ने गुरुवार को पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में 30 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की। इस बढ़ोतरी के बाद पेट्रोल की कीमत पाकिस्तान में लगभग 180रुपये प्रति लीटर तक पहुंच गई। डीजल की कीमत 174.15 रुपये प्रति लीटर, और केरोसीन की कीमत 156 रुपये तक पहुंच चुकी है। पाकिस्कान के वित्त मंत्री ने कहा है कि अभी 56 रुपये प्रति लीटर की सब्सिडी और भी कम की जाएगी। मतलब यह कि पाकिस्तान में पेट्रोल डीजल 250 रुपये लीटर तक पहुंच सकती है। इसलिए शहबाज सरकार अपनी जनता का ध्यान महंगाई से हटाकर कश्मीर मुद्दे पर ले जाना चाहते हैं।