आज के समय में आधार कार्ड से जरूरी कोई और दस्तावेज नहीं है।आलम ये हो गया है सरकारी से लेकर प्राइवेट हर काम के लिए अब आधार जरूरी हो गया है। आधार कार्ड के बिना अब कोई भी काम नहीं किया जा सकता। ऐसे में यदि आपके आधार में नाम, पता गलत है या कोई और गड़बड़ी है वेरिफिकेशन में कई प्रकार की परेशानियों से जुझना पड़ता है। इसलिए जल्द इन खामियों को दूर करना बेहद जरूरी है।। हाल ही में सरकार ने आधार कार्ड को लेकर नई एडवाइजरी जारी की है।
केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि हर किसी संगठन को अपने आधार कार्ड की फोटोप्रति नहीं दें, क्योंकि इसका दुरुपयोग हो सकता है। सरकार ने इसके बजाए मास्क आधार कार्ड (Mask Aadhar Card) का उपयोग करने की बात कही है, जिसमें आपके आधार नंबर के केवल आखिरी 4 डिजिट ही दिखते हैं। यह मास्क आधार कार्य भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) की आधिकारिक वेबसाइट से डाउनलोड किया जा सकता है।
हो सकता है आधार कार्ड का मिसयूज
आप भी अगर हर किसी काम में अपने आधार कार्ड की फोटोप्रति यूज करते हैं, तो सचेत हो जाइए। आधार कार्ड को लेकर बरती गई लापरवाही आपके लिए नुकसानदायक हो सकती है। आधार कार्ड की फोटोप्रति की बजाय मास्क आधार कार्ड का ही उपयोग करें। अगर आप होटल में चेक-इन करते समय या ऐसे अन्य कार्यों में आधार कार्ड का उपयोग करते हैं, तो संभल जाइए। होटल और सिनेमा हॉल जैसे बिना लाइसेंसधारी निजी संस्थानों को आधार कार्ड की प्रति लेने और उसे अपने पास रखने की अनुमति नहीं है। यह आधार कार्ड एक्ट 2016 का उल्लंघन है।
लाइसेंसधारी संगठन ही देख सकते हैं आधार कार्ड
मंत्रालय द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि केवल वहीं संगठन जिन्हें यूआईडीएआई द्वारा यूजर लाइसेंस प्राप्त हैं, वे ही किसी व्यक्ति की पहचान सत्यापित करने के लिए आधार कार्ड का उपयोग कर सकते हैं। गैर-लाइसेंसधारी संगठनों को यह अनुमति प्राप्त नहीं है। एडवाइजरी में कहा गया कि अगर अगर कोई निजी संस्था आपका आधार कार्ड देखने की मांग करती है या आपके आधार कार्ड की फोटोप्रति मंगाती है, तो यह जांच कर लें कि उनके पास यूआईडीएआई से वैध यूजर लाइसेंस है या नहीं।
पब्लिक वाई-फाई से संभल के
सरकार ने एडवाइजरी में कहा कि कार्डधारकों को किसी इंटरनेट कैफे, कियोस्क आदि पर पब्लिक कंप्यूटर के माध्यम से ई-आधार डाउनलोड करने से बचना चाहिए। हालांकि, अगर आप ऐसा करते हैं, तो यह सुनिश्चित करें कि आप कंप्यूटर से ई-आधार की डाउनलोडेड कॉपीज हमेशा के लिए डिलीट कर चुके हों।