लॉरेंस विश्नोई ने पूछताछ में कई बड़े खुलासा किया है। उसने बताया है कि, सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड की साजिश करीब आठ महीने पहले से रची गई जा रही थी। नवंबर से ही मूसेवाला को मारने का प्लान बनाया जा रहा था। बता दें कि, पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार क्राइम को रोकने फेल हो गई है। पंजाब में अब तक तो नशे की तस्करी हो रही थी अब तेजी से हथियारों की भी सप्लाई बढ़ गई है। सिद्दू मूसेवाला की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई। वो भी एक दो नहीं बल्कि 30 से भी ज्यादा उनके ऊपर गोलियां चलाई गई। इस घटना ने पंजाब सरकार के पूरे सिस्टम का तार-तार कर दिया। क्योंकि, इस मर्डर में जो गन इस्तेमाल किया गया था वो कोई आम मसीन गन नहीं थी। बल्कि, एएन-94 राइफल इस्तेमाल हुई है। एएन 94 रूस निर्मित राइफल है जो एके 47 का अपग्रेडेड वर्जन बताई जाती है।
लॉरेंस विश्नोई ने खुलासा किया है कि, बीते करीब सात से आठ महीने से वह अपने गुर्गों के जरिए मूसेवाला को लेकर लगातार प्लान बना रहे थे। कभी उसकी सुरक्षा को लेकर साजिश पूरी नहीं हो पाती तो कभी गुर्गे की तैयारी ही अधूरी रह जाती। हालांकि लॉरेंस विश्नोई का शाहरुख नाम का एक गैंगस्टर गुर्गा उसे मारने के लिए गया भी था, लेकिन सुरक्षाकर्मियों की मौजूदगी देखकर वह वारदात को अंजाम नहीं दे पाया था, और मूसेवाला को मारने का प्लान ठंडा पड़ गया था। उधर दिल्ली पुलिस ने शाहरूख को गिरफ्तार भी कर लिया तो पूछताछ में इस सनसनीखेज प्लान का खुलासा हुआ। उसने पूछताछ में कुल 8 संदिग्ध नामों का खुलासा किया। जिनपर उसने हत्यारों की मदद करने का शक जताया। इसमें पंजाबी सिंगर से जुड़ा एक शख्स भी शामिल है।
लॉरेंस विश्नोई जेल के अंदर ही बैठकर महाकाल नेटवर्क के गुर्गे को इस काम के लिए तैयार किया और वारदात को अंजाम दिया। पूछताछ में विश्नोई ने महाकाल नेटवर्क की एंट्री का पता चला और दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल उसकी तलाश में जुट गई, लेकिन पुणे पुलिस ने उसे दबोच लिया। हालांकि यह मुख्य शूटर नहीं है, लेकिन मुख्य शूटर का करीबी साथी है। इसलिए पुलिस अब उससे पूछताछ कर मुख्य शूटर समेत जिन पांच लोगों की पहचान की है, उनकी तलाश में छापेमारी कर रही है।