Hindi News

indianarrative

Sushant Singh Rajput: जब Sachin Tendulkar हुए थे सुशांत सिंह की बैटिंग के कायल, कही थी ये बात

Sushant Singh Death Anniversary

बॉलीवुड के स्वर्गीय युवा अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत का आज ही के दिन 2020में इस दुनिया को हमेशा-हमेशा के लिए अलविदा कह गए थे। उन्होंने मुंबई के बांद्रा स्थित अपने घर में खुदकुशी कर ली थी। बेहद ही कम उम्र में दुनिया को छोड़कर जाने वाले अभिनेता को टीवी सीरियल 'पवित्र रिश्ता' से शोहरत हासिल हुई थी। इसके बाद उन्होंने फिल्मी दुनिया में आपने पैर जमाये और अपनी अदायगी से महेंद्र सिंह धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी फिल्म में भारत के सबसे सफल कप्तान माही की जिंदगी को क्या खूब जिया। धोनी की बायोपिक के लिए उन्होंने ऐसी तैयारी की थी कि उनकी निपुणता देखकर सचिन तेंदुलकर भी अचरज में पड़ गए थे।

सचिन तेंदुलकर को लगा सुशांत कोई प्रोफेशनल क्रिकेटर

क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर को लगा था कि वह कोई प्रोफेशनल क्रिकेटर हैं। दरअसल, भारतीय टीम के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज किरण मोरे पर सुशांत को धोनी के रोल के लिए तैयार करने की जिम्मेदारी थी। उस वक्त को याद करते हुए मोरे ने कहा था, 'मैंने सचिन से कहा, यह हमारा एक्टर सुशांत सिंह राजपूत है। इस पर सचिन ने कहा, 'पूरा जबर्दस्त है। लगता ही नहीं कि कोई एक्टर नेट्स में खेल रहा है।'

यह वाकया तब का है जब सचिन अपने बेटे अर्जुन के साथ बांद्रा-कुर्ला कॉम्पलेक्स में गए थे। पिता-पुत्र की यह जोड़ी सुशांत के साथ वाले नेट में प्रैक्टिस कर रही थी। ब्रेक के दौरान मोरे ने सचिन से बात की थी। उन्होंने बताया था, 'सचिन ने मुझसे पूछा- वह लड़का कौन है,मुझे उसकी बल्लेबाजी पसंद है। जब मैंने उन्हें बताया कि वह बॉलीवुड एक्टर है, जो महेंद्र सिंह धोनी फिल्म के लिए ट्रेनिंग कर रहा है, तो उन्होंने कहा, 'क्या बात करता है।' उन्होंने सुशांत की बल्लेबाजी की तारीफ की।'

मोरे को याद है कि एक इनसान के तौर पर सुशांत हमेशा जोश से भरे हुए होते थे। उन्होंने सुशांत के निधन के बाद यह घटना साझा की थी। मोरे ने बताया था, 'इसके बाद अर्जुन ने सुशांत को बोलिंग करना शुरू किया और मुझसे पूछा कि क्या वह बाउंसर फेंक सकते हैं। मैंने हामी भर दी और फिर सुशांत ने बाउंसर पर शानदार शॉट खेला। हर कोई उनकी बल्लेबाजी देखकर हैरान था।' विकेटकीपिंग हर कोई नैचरल रूप से नहीं सीख सकता लेकिन सुशांत काफी मेहनती और गंभीर था और आखिरकार उसने इसमें भी काफी अच्छा किया। यह इसलिए था क्योंकि उन्हें अपना रोल पसंद था। बल्लेबाजी करते हुए भी सुशांत ने रणजी ट्रॉफी स्तर के गेंदबाजों का सामना किया।'