अभी कुछ दिन पहले जर्मनी की विदेश मंत्री पाकिस्तान में थीं। ऐसा माना जा रहा था कि पाकिस्तान ने एफएटीएफ के मुद्दे पर जर्मनी को राजी कर लिया है और पाकिस्तान ग्रे लिस्ट से बाहर आ जाएगा। ध्यान रहे जर्मनी के बर्लिन शहर में फाइनेंशियल ऐक्शन टास्क फोर्स की बैठक शुरू होने से पहले जर्मनी की विदेश मंत्री का पाकिस्तान में होना वास्तव में अहम था। पाकिस्तानी सूत्रों का ही कहना है कि इस बार पाकिस्तान को ग्रेलिस्ट से बाहर आने पर खुद तुर्की ने अड़ंगा लगाया है।
एफएटीएफ की बैठक जर्मनी में शुरू हो चुकी है और माना जा रहा है कि पाकिस्तान फिल्हाल ग्रे लिस्ट से बाहर नहीं आएगा। पाकिस्तान के वादों की सच्चाई जानने के लिए एफएटीएफ का एक दल ऑन साइट विजिट कर सकता है। इस फैसले का ऐलान भी अभी नहीं बल्कि अक्टूबर में किया जाएगा। मतलब यह है कि अगर ऑन साइट विजिट करने वाला दल संतुष्ट हुआ तो फरवरी 2023 के बाद ही पाकिस्तान एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट से बाहर आ पाएगा। अगर ऑन साइट विजिट के लिए गए दल को पाकिस्तान के दावों में सच्चाई नहीं मिली तो उसे ब्लैक लिस्ट भी किया जा सकता है। पाकिस्तान आधिकारिक सूत्रों ने मान लिया है कि उनके देश को एफएटीएफ के ग्रे लिस्ट से राहत नहीं मिलने जा रही है। यही वजह है कि पाकिस्तान अब एक नई चाल चल रहा है और 'ऑनसाइट विजिट' कराना चाहता है।
पाकिस्तान इस नई चाल के जरिए यह उम्मीद कर रहा है कि अगले साल फरवरी तक एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट से निकलने की दिशा में एक कदम और आगे बढ़ सकता है। पाकिस्तान को जून 2018 में ग्रे लिस्ट में डाला गया था और उसे 27 प्वाइंट वाला एक्शन प्लान दिया गया था ताकि वह आतंकियों की फंडिंग पर रोक लगाए। इससे पहले पिछले साल अक्टूबर महीने में पाकिस्तान को सात और एक्शन प्लान दिए गए थे। पाकिस्तान का दावा है कि उसने 34 में से 32 एक्शन प्लान को पूरा कर लिया है।
कंगाली की हालत से गुजर रहे पाकिस्तान की शहबाज सरकार और सेना ने एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट से निकलने के लिए तगड़ी लामबंदी की थी और उसे इसमें चीन, तुर्की और मलेशिया का भी साथ मिल रहा था। इस बीच पाकिस्तान के आधिकारिक सूत्रों ने कहा है कि पाकिस्तान अभी ग्रे लिस्ट में कम से कम अगले साल फरवरी तक बना रह सकता है। जर्मनी में चल रही बैठक में 17 जून को पाकिस्तान के भविष्य पर फैसला होना है। अभी पाकिस्तान की ओर हुई प्रगति की समीक्षा चल रही है।
एक वरिष्ठ पाकिस्तानी अधिकारी ने नाम नहीं बताने की शर्त पर एक पाकिस्तानी अखबार से कहा कि हमें एफएटीएफ के अधिकारियों के ऑनसाइट विजिट से ज्यादा मिलने की उम्मीद नहीं है। उन्होंने कहा, 'अगर एफएटीएफ ऑनसाइट यात्रा पर सहमत हो जाता है तो यह पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट से निकालने की दिशा में एक कदम और आगे बढ़ना होगा।' अधिकारी ने कहा कि इस संबंध में भी घोषणा अगले प्लेनरी सत्र में होगी जो अक्टूबर महीने में होनी है। पाकिस्तान आधिकारिक रूप से अगले साल फरवरी तक ग्रे लिस्ट से निकल सकता है।