बिहार में हाल ही में आतंक के पाठशाला को लेकर भाड़ाफोड़ हुआ था। इसे लेकर हर दिन नए-नए चौकाने वाले खुलासे होने लगे हैं। ये इंडिया वीजन 2047 पर काम कर रहे थे। इनका टार्गेट था 2047 तक भारत को इस्लामिक देश बनाना। दिल्ली आइबी के इनपुट पर फुलवारी शरीफ की पुलिस टीम ने देश विरोधी गतिविधियों में शामिल रहने वाले प्रतिबंधित कट्टरपंथी संगठन सिमी के पूर्व सदस्य अतहर परवेज और झारखंड पुलिस से रिटायर्ड दारोगा मो जलालुद्दीन को गिरफ्तार किया था। 15 हजार युवाओं को इस टेरर मॉड्यूल के तहत हथियार चलाना सिखाया गया है। सबसे बड़ी बात यह कि इस आतंकी ट्रेनिंग की जिम्मेदारी PFI के कुख्यात रसलान को मिली थी। अब नूपुर शर्मा को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है कि वो PFI के निशाने पर थी। क्योंकि, आरोपी के मोबाइल में उनके घर का पता मिला है।
मामले की जांच कर रही जांच एजेंसियों को आरोपी अतहर के मोबाइल में नूपुर शर्मा के घर का पता मिला है। जिसके बाद माना जा रहा है कि नूपुर शर्मा PFI के निशाने पर हो सकती हैं। पटना के पुलवारी शरीफ में पुलिस की गिरफ्त में आए अतहर परवेज के मोबाइल फोन से BJP की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा का फोन नंबर और उनका पता बरामद किया गया है। नूपुर शर्मा के बारे में जानकारी मिलने के बाद बिहार पुलिस के साथ सेंट्रल एजेंसियां भी अलर्ट हो गई है। मामले की जांच कर रही एनआईए-आईबी और बिहार पुलिस की टीम को शक है कि नूपुर पैगंबर पर अपनी विवादस्पद टिप्पणियों के लिए अतहर और उसके समूह के निशाने पर भी हो सकती है।
पूछताछ के दौरान जांच एजेंसियों को कई और चौकाने वाली जानकारी मिली है। PFI पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया बिहार में मिथिलांचल और सीमांचल इलाके को क्यों फोकस कर रही थी। साथ ही उसने बिहार के पूर्णिया को हेडक्वार्टर बनाने के पीछे उसकी मंशा क्या थी इसकी भी जानकारी भी सामने आई है। इससे पहले अरमान मलिकर और अतहर परवेज ने पूछताछ में बताया था कि बिहार में 15000 से ज्यादा मुस्लिम युवाओं को हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी गई। जिसके लिए उन्होंने बिहार के 12 से ज्यादा जिलों में कैंप लगाकर हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी। ये बेरोजगार और अनपढ़ युवाओं को टारगेट करते उनका ब्रेनवॉश करते थे।