कोरोना वायरस के बाद अब मंकीपॉक्स के तेजी से पांव पसारने की आशंका गहराने लगी है। दिल्ली-एनसीआर के बाद बिहार में भी मंकी पॉक्स का मरीज मिलने की खबर है। हालांकि पटना प्रशासन ने अभी पुष्टि नहीं की है। दिल्ली में मिले संदिग्ध मरीज को लोकनायक अस्पताल में भर्ती किया गया है। ये मरीज अस्पताल कि इमरजेंसी में बुखार और त्वचा पर दानों के लक्षण के साथ आया था। जिसके बाद मरीज को आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है। मरीज गाजियाबाद से आया है। उसे तेज बुखार और शरीर पर दाने हैं। उसे आइसोलेशन में रखा है।
बता दें, फिलहाल डॉक्टरों की टीम उसकी निगरानी कर रही है। बुधवार को उसका सैंपल जांच के लिए पुणे के लैब में भेजा जा सकता है। अस्पताल सूत्रों के मुताबिक, यह संदिग्ध मरीज 20 दिन पहले मुंबई की यात्रा करके आया है और इससे दो महीने पहले वह फ्रांस की राजधानी पेरिस गया था।
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पहले मरीज की तबीयत में तेजी से सुधार
लोकनायक अस्पताल में भर्ती मंकीपॉक्स के पहले मरीज की तबीयत में सुधार हो रहा है। वह फोन पर परिजनों से बातचीत कर रहा है और अब दर्द भी नहीं है। अस्पताल के एक डॉक्टर ने बताया कि अब उसके शरीर और नए दाने निकलने बंद हो चुके हैं। शरीर पर पूरी तरह दाने खत्म होने के बाद उसका सैंपल दोबारा जांच के लिए लैब में भेजा जाएगा।
दिल्ली में मंकीपॉक्स के मरीज के संपर्क में आए एक व्यक्ति ने बदन दर्द की शिकायत की है। सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी है। मंकीपॉक्स का दिल्ली का पहला मरीज लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल के पृथक-वार्ड में भर्ती है। उसके अहम जैव मापदंड स्थिर हैं लेकिन घाव भरने में कम से कम एक हफ्ता लगेगा।
एम्स में जांच की तैयारी पूरी
मंकीपॉक्स की जांच के लिए अब एम्स में ही तैयारी पूरी कर ली गई है। राष्ट्रीय वायरोलाजी संस्थान (एनआइवी) पुणे से एम्स में जांच किट भी पहुंच गई है। अब मंकीपाक्स का संदिग्ध मामला सामने आने पर एम्स में ही मंकीपॉक्स की जांच हो जाएगी। जांच रिपोर्ट भी सैंपल लेने के दिन ही आ जाएगी या अधिक से अधिक 24 घंटे में उपलब्ध हो जाएगी।