नेंसी पेलोसी की ताइवान की सफल यात्रा से चीन बुरी तरह बौखला उठा है। उनकी यात्रा से पहले चीन तरह से जंग की धमकी दे रहा था उसे लगा था कि अमेरिका पेलोसी के ताइवान भेजने के अपने फैसले से पीछे हट जाएगा। लेकिन, नेंसी पेलोसी ने चीन को करारा जवाब देते हुए न सिर्फ ताइवान गई बल्कि, वहां से उन्होंने साफ किया कि ताइवान के साथ अमेरिका हर हाल में खड़ा है। इसी के बाद से बौखलाए चीन ने ताइवान को 6 ओर से घेर कर सैन्यअभ्यास शुरू कर दिया है। यहां चीन लगातार मिसाइलों और रॉकटों की बारिश कर डराने की कोशिश कर रहे हैं। चीन की ओर से अत्याधुनिक जे-20 विमानों और हाइपरसोनिक मिसाइलों को इशमें शामिल किया गया है। चीन का ये अभ्यास ताइवान की सीमा से केवल 2- से 25 किमी की दूरी पर हो रहा है। चीन गलतफहमी में है कि वो सिर्फ अकेला अभ्यास कर रहा है। अमेरिका पहले से ही अपनी पूरी तैयारी कर के बैठा हुआ है। क्योंकि, अमेरिका, इंडोनेशिया में सैझा सैन्यभ्यास शुरू कर दिया है। फिलीपीन्स सागर में अमेरिका का सातवा बेड़ा मौजूद है।
चीन पर लगाम लगाने के लिए अेमरिका का महाविनाशक परमाणु एयरक्राफ्ट कैरियर यूएसएश रोनाल्ड रीगल फिलीपीन्स सागर में मौजूद है। साथ ही अमेरिका और इंडोनेशिया ने बुधवावर को सुमात्रा द्वीप के वार्षक साझा सैन्याभ्यास शुरू किया। इसमें पहली बार अन्य देशों ऑस्ट्रेलिया, जापान और सिंगापुर ने भी हिस्सा लिया।
जकार्ता स्थित अमेरिकी दूतावास ने बताया कि इस सैन्याभ्यास में सभी देशों के 5,000 से अधिक सैनिक हिस्सा ले रहे हैं। इस सैन्य अभ्यास की शुरुआत 2009 से हुई थी। इसके बाद से अब तक इस साल इसमें सर्वाधिक संख्या में जवान भाग ले रहे हैं। अभ्यास का लक्ष्य किसी भी अभियान के दौरान तथा मुक्त एवं स्वतंत्र हिंद-प्रशांत के समर्थन में आपसी सहयोग, क्षमता तथा विश्वास को मजबूत बनाना है। यूएस आर्मी पैसिफिक के कमांडिंग जनरल चार्ल्स फ्लिन ने कहा, यह अमेरिका और इंडोनेशिया के जुड़ाव और इस अहम क्षेत्र की सेनाओं के बीच मजबूत होते संबंधों का प्रतीक है। फ्लिन और इंडोनेशिया के सेना प्रमुख जनरल अंदिका परकासा ने दक्षिण सुमात्रा प्रांत के बटुराजा में संयुक्त अभ्यास शुरू किया, जो 14 अगस्त तक चलेगा। इसमें थलसेना, नौसेना और वायुसेना सभी भाग ले रहे हैं।
अमेरिका का सातवां बेड़ा है तैयार
चीन की हर चाल को नाकाम करने के लिए अमेरिका अपने सातवें बेड़े को लेकर पूरी तरह से तैयार बैठा है। अमेरिका नौसेना की ओर से कहा गया है कि, परमाणु हथियारों से लैस यूएसएस रोनाल्ड रीगल एयरक्राफ्ट कैरियर फिलीपीन्स समुद्र में तैनात है। इसी इलाके से सटकर ताइवान दक्षिणी पूर्वी इलाका आता है। यूएस नेवी ने कहा है कि, 'यूएसएस रोनाल्ड रीगल और उसका हमलावर दस्ता फिलपीन्स सागर में सामान्य गतिविधि को अंजाम दे रहा है। सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि, अमेरिका ने चीन की हर चाल पर नजर बनाए रखने के लिए अपने जासूसी विमानों को लगातार गश्त पर लगा रखा है। साथ ही यूएस की तीन परमाणु पनडुब्बियां भी इसी इलाके में चीन से लोहा लेने के लिए मौजूद हैं। इसके अलावा अमेरिका के दर्शों की संख्या में युद्धपोत जापान और गुआम द्वीपों पर तैनात हैं।