पाकिस्तान की सरकार हो या सियासी नेता जब भी मौका मिलता है तो वो इंडिया को गालियां देने से पहले हिंदुत्व और आरएसएस को अपशब्द बोलने लगते हैं। पाकिस्तानियों की जुबान को लकवा भी नहीं लगता आरएसएस को भद्दी भाषा बोलते हुए। भारत के प्रधान मंत्री पीएम मोदी को तो जब तक पाकिस्तानी जी भरके कोस नहीं लेते तब तक उनका हाजमा ठीक नहीं होता। वहीं दूसरी और पीएम मोदी और आरएसएस के पदाधिकारी हैं कि पाकिस्तान की गालियों को ऐसे झाड़ कर आगे चल पड़ते हैं जैसे रास्ते में पड़ी धूल को झाड़ कर राही आगे बढ़ जाता है।
काटने-मारने में नहीं जोड़ने और जीने में हमारा विश्वास
सेंट्रल दिल्ली में इंदिरा गांधी इंटरनेशनल कल्चरल सेंटर लगी वेस्टर्न कोट की लाल मस्जिद से चंद कदम आगे भव्य अम्बेडकर इंटरनेशनल सेंटर में आरएसएस के शीर्ष प्रचारक इंद्रेश कुमार से मुलाकात का मौका मिला। इंद्रेश कुमार राष्ट्रीय मुस्लिम मंच संचालित करते हैं। राष्ट्रीय मुस्लिम मंच से देश के लाखों मुसलमान जुडें हुए हैं। इंद्रेश कुमार के एक इशारे पर राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के वर्कर मरने-मारने के लिए तैयार रहते हैं। इंद्रेश कुमार कहते हैं हमारी नीति नॉन वॉयलेंस है। हम काटने-मारने में नहीं जोड़ने और जीने में विश्वास करते हैं। भारत के मुसलमानों का डीनए भारतीय है। भारतीय मुसलमानों के पूर्वज पीढियों पहले सनातन हिंदू ही थे। भविष्य के सुनहरे भारत का निर्माण करने के लिए हमें भूतकाल की गल्तियों को सुधारना होगा और वर्तमान में पारस्परिक सद्भाव संचार करना होगा। आरएसएस खास तौर पर राष्ट्रीय मुस्लिम मंच इस दिशा में काफी आगे बढ़ चुका है।
भारत पर साइबर अटैक हो रहे हैं, साइबर प्रहरी खड़े करने होंगे
इंद्रेश कुमार कहते हैं कि भारत से आमने-सामने की लड़ाई में जीतने की हिम्मत किसी में नहीं है। आज की साइंस या कम्युनिकेशन क्रांति या इंटरनेट की क्रांति ने पाकिस्तान और चीन से जैसे दुश्मनों को अदृश्य हथियार दे दिया है। पाकिस्तान और चीन जैसे देश भारत की सांस्कृतिक एकता पर हमला करने में इंटरनेट का भरपूर इस्तेमाल कर रहे हैं। इंटरनेट के जरिए ऐसा माहौल बनाने की साजिश की जाती है कि भारत में मुसलमानों पर अत्याचार हो रहा है। लेकिन उनके पास इस बात के कोई सबूत नहीं होता कि मुसलमानों पर भारत के किस कौने में और कौन अत्याचार कर रहा है। इसके लिए वो कम्प्यूटर ग्राफिक्स का इस्तेमाल करते हैं। विदेशों की फोटो पर भारत का नाम चस्पा कर देते हैं। भारत में भी कुछ लोग हैं जिनकी राजनीतिक महत्वाकांक्षा जब लोकतांत्रिक तरीकों से नहीं होती तो वो भी चीन पाकिस्तान के परोसे गए झूठ को चाटने लगते हैं। भारत के खिलाफ चल रहे इस साइवर वॉर के खिलाफ भारत में साइवर प्रहरी खड़े करने होंगे।
कांग्रेस ने नाकारापन से देश के कई टुकड़े हो जाते
भारतीय राजनीति की ओर मुखातिब होते हुए इंद्रेश कुमार ने कहा कि कांग्रेस के नाकरापन ने देश को विघटन के कगार पर लाकर खड़ा कर दिया था। वो ईश्वर की अनुकंपा और वरदान मिला और बीजेपी से नरेंद्र मोदी जैसा नेता निकला। बीजेपी है तो आज भारत अखण्ड है। वरना कांग्रेस ने खण्ड-खण्ड करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी थी।
75 साल बाद मिले दो उपहार, टुकड़े-टुकड़े गैंग खत्म, भारत माता के जयकारे
आजादी की हीरक जयंती पर भारत को दो बड़ी उपलब्धियां हासिल हो चुकी हैं। जामिया हो या जेएनयू, कशमीर हो या केरल टुकड़े-टुकड़े गैंग खत्म हो चुका है। मदरसों से लेकर मकतब तक और स्कूलो से लेकर जेएनयू-जामिया जैसी यूनिवर्सिटीज तक वंदे मातरम और भारत माता के जयकारे लगने लगे हैं। कुछ लोग हैं जिन्हें अभी कुछ कम समझ में आया है जल्दी ही उन्हें भी समझ आ जाएगा।
भारतीय सुरक्षा जागरण मंच और मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने अम्बेडकर इंटरनेशनल सेंटर में दिन की एक सेमिनार रखी थी। जिसमें भारत के मित्र विदेशी प्रतिनिधियों खास तौर पर इजराइल के प्रतिनिधियों ने भी हिस्सा लिया। इस सेमिनार में बताया गया है कि साइबर अटैक कई तरह से हो रहा है। एक तो चीन-पाकिस्तान जैसे देश भारत से बाहर बैठकर भारत के सरकारी प्रतिष्ठानों पर हमले कर रहे हैं तो वहीं भारत के लोगों पर भी व्यक्तिगत हमले हो रहे हैं।
चीन सबसे बड़ा दुश्मन, अगर ताइवान पर कब्जा किया तो अगला निशाना भारत
चीन भारत का सबसे बड़ा दुश्मन है। अगर वो ताइवान पर कब्जा कर लेता है तो अगला निशाना भारत का होगा। पाकिस्तानी कब्जे वाले (गिफ्ट में मिले) इलाके में चीन अपनी सैन्य मजबूती तेजी से बढ़ा रहा है। चीन नेपाल पर कब्जे का षडयंत्र करेगा। फिर भारत की बारी है। जो लोग यह सोचते हैं कि चीन मैदानी इलाकों तक कभी नहीं पहुंच सकेगा उन्हें अपनी आंखें खोलनी चाहिए। मैदानी इलाकों तक भले ही न पहुंचे लेकिन अरुणाचल और जम्मू तक तो उसकी पहुंच हो ही सकती है।
हर हिंदुस्तानी को चीन के खिलाफ लड़ना होगा
क्या लोग अक्साई चिन को भूल गए हैं। भारत के उस हिस्से पर चीन का अनाधिकृत कब्जा है। चीन से केवल फौजी स्तर पर नहीं हर भारतीय नागरिक को व्यक्तिगत स्तर पर चीन के खिलाफ लड़ना होगा। वो लड़ाई अभी से और आज से ही शुरू करनी होगी। चीन को दुनिया में अभी तक कोई जवाब दे रहा है तो भारत ही है। अगर हम आज नहीं जागे और खुदाना खास्ता चीन भारत चीन का गुलाम हो गया तो उससे उबरने में 2000 साल से ज्यादा का समय लग सकता है। चीन दुनिया पर कोरोना वायरस से हमला कर चुका है। भारत ने उसके खिलाफ कोरोना वारियर खड़े कर दिए। दुनिया में कोहराम मचा। तकलीफ यहां भी हुई। लेकिन भारत ने चीनी वायरस को मात देदी। अपने ही देश को नहीं बल्कि दुनिया के विभिन्न देशों बचाने में मदद की।
100 साल पहले क्या पवित्र तीर्थ स्थल कैलाश मानसरोवर चीन के नक्शे में था?
स्वामी विवेकानंदकी प्रोफेसी है, उन्होंने कहा था कि चीन सोया हुआ अजगर है। निकट भविष्य में चीन, भारत का सबसे बड़ा दुश्मन होगा। सौ साल पुराना इतिहास उठा कर देखो हिंदुओं का तीर्थ कैलाश मानसरोवरचीन के नक्शे में था क्या? चीन के नक्शे में ल्हासा कितने साल पहले से है। कंपूचिया, मंगोलिया जैसे तमाम देशों के हिस्सों पर चीन ने कब कब्जा कर लिया। हांग-कांग पर चीन ने कब्जा कर लिया। ताइवान की बारी है। उसके बाद नेपाल की बारी है। चीन ने अपनी सुरक्षा को मजबूत करने के लिए दीवार बनाई थी, अगर चीन उससे बाहर होता तो दीवार अंदर क्यों होती?