पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री सत्ता से बेदखली के बाद से ही बौखलाए हुए थे और लगातार वो नई सरकार के साथ ही बाजवा फौज पर निशाना साध रहे थे। अपनी रैलियों में जमकर आर्मी और नई सरकार को कोसते। उनका यह तक कहना था कि उनको पीएम पद से हटाने के पीछे अमेरिका का हाथ था। इसके साथ ही वो कई बार अपनी रैलियों में कई ऐसे बयान दे चुके हैं जिसके चलते उनकी मुश्किलें बढ़ चुकी हैं। खबरों की माने तो, इमरान खान की गिरफ्तारी के लिए पाकिस्तान आर्मी की ओर से हरी झंडी दे दी गई है।
दरअसल, इमरान खान को देश की शीर्ष जांच एजेंसी के सामने पेश नहीं होने और अवैध फंडिंग के मामले में उसके नोटिस का जवाब नहीं देने के सिलसिले में गिरफ्तार किया जा सकता है। मीडिया की रिपोर्ट में शनिवार को यह जानकारी सामने आई। एक पाकिस्तानी अखबर के मुताबकि, संघीय जांच एजेंसी (FIA) ने इस संबंध में शुक्रवार को इमरान खान को दूसरा नोटिस जारी किया। खान को पिछले बुधवार को पहला नोटिस भेजा गया था, लेकिन उन्होंने FIA की टीम के समक्ष पेश होने से इनकार कर दिया।
इसके बाद हो सकती है गिरफ्तारी
FIA के उच्चस्तरीय अधिकारियों के हवाले से बताया गया है कि, इमरान खान को गिरफ्तार करने का अंतिम फैसला तीन नोटिस जारी करने के बाद लिया जा सकता है। इसके साथ ही यह भी खबर है कि, एफआईए ने पूर्व प्रधानमंत्री की पार्टी से संबंधित पांच कंपनियों का पता लगाया है जो अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, ब्रिटेन और बेल्जियम में काम कर रही है।
बता दें कि, पाकिस्तान के चुवान आयोग को सौंपी गई रिपोर्ट में इमरान खान ने इन कंपनियों का उल्लेख नहीं किया है। इस महीने की शुरूआत में पाक के चुनाव आयोग ने कहा था कि, इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) को भारतीय मूल के एक व्यवसायी सहित 34 विदेशी नारिकों से नियमों के खिलाफ धन राशि प्राप्त हुई है।