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पाकिस्तान में फिर Hindu महिला के साथ उत्पीड़न- डॉक्टर तक ने इलाज से किया मना

Hindus Not Safe in Pakistan

Hindus Not Safe in Pakistan: पाकिस्तान में हिंदू परिवारों के साथ उत्पीड़न लगातार होता रहता है। हिंदूओं को जबरन इस्लाम कबूल करने पर मजबूर किया जाता है। हिंदू बेटियों का धर्म परिवर्तन कर जबरन मुस्लिम पुरुषों से निकाह कराया जाता है। आए दिन हिंदू लड़कियों (Hindus Not Safe in Pakistan) के साथ रेप के मामले सामने आते रहते हैं। आजादी के बाद लाखों हिंदू पाकिस्तान में रहते थे लेकिन, आज आलम यह है कि यहां पर कुछ ही हिंदू परिवार बचे हैं। विभाजन के समय पाकिस्तान में 23 प्रतिशत हिंदू-सिख थे आज घटकर 2 प्रतिशत बचे हैं। लेकिन, धर्म के नाम पर घड़ियाली आंसू बहाने से पाकिस्तान के मंत्री बाज नहीं आते हैं। इस वक्त एक बार फिर से पाकिस्तान ने अपनी इंसानियत को शर्मसार कर दिया है। एक बार फिर से हिंदू लड़की (Hindus Not Safe in Pakistan) के साथ उत्पीड़न का मामला सामने आया है। महिला जब अस्पताल इलाज के लिए पहुंची तो हिंदू होने के चलते डॉक्टर ने इलाज ही करने से मना कर दिया।

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झूठे आरोप लगाकर हिंदू महिला के साथ मार-पीट
पाकिस्तान में जिस हिंदू महिला के साथ ये घटना हुई है उसपर चोरी के झूठे आरोप लगाकर मारा-पीटा गया है। इस हमले के विरोध में लोग सड़कों पर उतर आए हैं। बहावलपुर में जिला पुलिस कार्यालय और डिप्टी कमीश्नर की ऑफिस के बाहर सोमवार को बड़ी संख्या में लोग जमा हुए। इनकी मांग है कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार बंद होने चाहिए। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि हिंदू महिला पर चोरी का झूठा आरोप लगाया गया और इसके नाम पर उसकी पिटाई की गई। रिपोर्ट के मुताबिक, पीड़ित महिला यजमान मंडी इलाके की रहने वाली है। वह नौकरानी के तौर पर काम करती थी। चोरी का आरोप लगाकर कुछ लोगों ने उसके घर पर हमला कर दिया। महिला के साथ भी मारपीट की गई।

डॉक्टर ने इलाज करने से किया मना
सोचिये जिस डॉक्टर को भगवान का दूत कहा जाता है, जिसका पहला धर्म यह होता है कि- व्यक्ति का पेशा कुछ भी हो लेकिन उसका इलाज पहले। लेकिन, पाकिस्तान में डॉक्टरों की मानसिकता भी गड्ढे में धंस गई है। वो तक हिंदु और मुस्लिम में फर्क देख रहे हैं। स्थानीय लोगों का दावा है कि हमले के बाद महिला को हेल्थ सेंटर ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने उसका इलाज करने से इनकार कर दिया। उसने मेडिकल सर्टिफिकेट भी नहीं दिया। रैली को कुछ अल्पसंख्यक नेताओं ने संबोधित किया और इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की। साथ ही उन्होंने हमलावरों और डॉक्टर के खिलाफ एक्शन लेने की मांग रखी।

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पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों का हाल
पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों को हाल दिन-ब-दिन बदतर हो जा रहा है। जो पाकिस्तान दुनिया के सामने धर्म के नाम पर गला फाड़ता है वो अपने यहां पर जमकर अत्याचार करता है। पाकिस्तान में शायद ही कोई ऐसा दिन होगा जिस दिन अल्पसंख्यकों के अपहरण, हत्या, बलात्कार और जबरन धर्म परिवर्तन के मामले सामने न आए। यह दयनीय स्थिति चिंता का विषय रही है। यहां महिलाओं और अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। अगर अल्पसंख्यकों के खिलाफ यही होता रहा तो वो भी दिन दूर नहीं है जब यहां पर अल्पसंख्यकों के बारे में सिर्फ किताब में पढ़ने को मिलेगा।