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Britain का बूढ़ा कछुआ सुर्खियों में छाया, 70 की उम्र में बना 8 बच्चों का पिता

70 की उम्र में डिर्क बना आठ बच्चों का पिता

माता-पिता बनना वाकई एक बहुत बड़ी ख़ुशी होती है। अपना एक छोटा सा हिस्सा दुनिया में लेकर चाहे इंसान हो या जानवर वाकई खुश होते हैं। बात अगर इंसानों की करें, तो एक उम्र के बाद उनके पेरेंट्स बनने के चान्सेस कम होने लगते हैं। पर जानवरों में ये उम्र अलग-अलग होती है। हाल ही में सोशल मीडिया पर डर्क नाम के एक कछुए के पिता बनने की खबर खूब तेजी से फैल रही है। डर्क 70 साल का है और पहली बार पिता बना है। उसने अपनी प्रेमिका चार्ली को प्रेग्नेंट किया था जो 49 साल की है।

मादा चार्ली के अंडों से दो कछुओं के बच्चे पैदा हुए। यह पहली बार था जब किसी ब्रिटिश चिड़ियाघर में विशालकाय गैलापागोस कछुओं को सफलतापूर्वक पाला गया था। इसके बाद डिर्क ने इसाबेल नाम की मादा कछुए के साथ प्रजनन किया, जिसके अंडों से जुलाई में कछुए पैदा हुए। इसके बाद चार्ली ने एक बार फिर अंडे दिए, जिसमें से दो कछुए निकले हैं। इनके बारे में कहा जा रहा है कि उनकी शारीरिक स्थिति सबसे बेहतर है। ये हाल ही में पैदा हुए हैं।

ब्रिटेन के ब्रीज नॉर्टन में क्रोकोडाइल्स ऑफ द वर्ल्ड चिड़ियाघर में ये कछुए पैदा हुए हैं। विशाल गैलापोगोस कछुए विलुप्तप्राय प्रजाति हैं। इनके संरक्षण में ये एक बड़ी कामयाबी है। 19वीं सदी में 200,000 कछुओं की तुलना में ये अब सिर्फ 15,000 बचे हैं।

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बाकी कछुओं से अलग रखा जा रहा

क्रोकोडाइल्स ऑफ द वर्ल्ड के संस्थापक और निदेशक शॉन फोगेट ने कहा, ‘पहले मार्च में दो अंडों से बच्चे निकले। इसके बाद जुलाई में इसाबेला के अंडों से चार बच्चे हुए और अब चार्ली के दो अंडों से और बच्चे निकले हैं। तीसरी मादा कछुआ जुजु के साथ भी डिर्क ने प्रजनन किया था, लेकिन अभी उससे कोई बच्चे नहीं हुए हैं।’ अभी ऐसा लग रहा है जैसे सभी बच्चे मादा हैं, लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हुई है। बच्चों के विकास और सामान्य स्वास्थ्य की निगरानी के लिए वयस्क कछुओं से अलग रखा गया है।

डिर्क चिड़ियाघरों के लिए जरूरी

फोगेट ने कहा, ये एक बड़ी बात है क्योंकि एक दशक या उससे अधिक समय तक यूरोप में विशालकाय गैलापागोस कछुओं का सिर्फ एक संग्रह प्रजाति प्रजनन में सक्षम था। उन्होंने आगे कहा, निश्चित तौर पर ये दिखाता है कि यूरोप के चिड़ियाघरों में डिर्क संभावित रूप से महत्वपूर्ण कछुआ है।