Russia Ukraine Nuclear war: रूस और यूक्रेन जंग अब परमाणु युद्ध की ओर बढ़ रहा है। रूस के लाख मना करने के बाद भी अमेरिका और पश्चिमी देश यूक्रेन की मदद करने से बाज नहीं आए। अब जाहिर सी बात है कि रूस तो अपनी रक्षा किसी न किसी तरीके से करेगा ही। आज जो रूस के परमाणु हमले (Russia Ukraine Nuclear war) वाली धमकी पर पश्चिमी छाती पीट रहे हैं उसके बारे में उन्हें पहले सोचना चाहिए था। अगर यूक्रेन जंग परमाणु युद्ध (Russia Ukraine Nuclear war) में बदला तो धरती नर्क बन जाएगी। कई साल तक सूरज धरती पर नजर नहीं आएगा। कम से कम 5 अरब लगो मारे जाएंगे।
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दुनिया में सबसे ज्यादा रेडी टू यूज परमाणु हथियार रूस के पास
रूस की परमाणु हमले की चेतावनी के बाद नाटो देशों ने भी परमाणु युद्धभ्यास करना शुरू कर दिया है। इस बीच विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि अगर रूस के साथ नाटो का परमाणु युद्ध हुआ तो इससे पांच अरब लोगों का सफाया कर सकता है। हालात ऐसे बन जाएंगे कि कई साल तक सूर्य की रोशनी धरती तक नहीं पहुंच सकेगी। रूस के पास दुनिया में सबसे ज्यादा रेडी टू यूज परमाणु हथियार (Russia Nuclear weapons) हैं। इनकों बैलिस्टिक मिसाइलों, क्रूज मिसाइलों और टारपीडो के जरिए दुनिया में कहीं भी दागा जा सकता है। ऐसे में रूस की धमकी को पूरी दुनिया काफी गंभीर तरीके से देख रही है। खुद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन भी मान चुके हैं कि, पुतिन मजाक नहीं करते। अगर वो कुछ बोल रहे हैं तो उनकी बातों को गंभीर लेना चाहिए। अमेरिका इस समय क्यूबा संकट से भी गंभीर खतरे का सामना कर रहा है।
परमाणु हमला हुआ तो 5 अरब मारे जाएंगे
एक रिपोर्ट की माने तो अगर परमाणु हमला हुआ तो धरती पर से 5 अरब लोगों की मौत हो जाएगी। दरअसल, द सन ऑनलाइन से बात करते हुए, आपदा विशेषज्ञ पॉल इनग्राम ने कहा कि, शीत युद्ध के दौरान, अक्सर यह कहा जाता था कि हमारे पास दुनिया को कई बार उड़ाने के लिए पर्याप्त परमाणु मिसाइलें थीं। अब ऐसा नहीं है। दुनिया भर में 12000 से अधिक परमाणु हथियार हैं। अकेले रूस के पास उनमें से लगभग 6000 परमाणु हथियार हैं। अगर इनसे हमला किया जाता है तो विस्फोट और विकिरण से दुनिया भर में 2 से 3 अरब लोग हताहत होंगे। कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में सेंटर फॉर द स्टडी ऑफ एक्जिस्टेंशियल रिस्क के इनग्राम ने भी किसी भी परमाणु संघर्ष से सर्वनाश की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि तत्काल होने वाली मौतों के अलावा परमाणु हथियारों का एक दूसरे पर इस्तेमाल इतना अधिक रेडियोएक्टिव कचरा फेंक देगा कि कई वर्षों तक सूरज साफ नजर नहीं आएगा। इससे दुनिया भर में पांच अरब लोगों की मौत हो जाएगी।
यूक्रेन पर हुआ परमाणु हमला तो यूरोप पर पड़ेगा बुरा असर
यूक्रेन पर अगर रूस ने परमाणु हमला बोला दिया तो इसका सबसे ज्यादा बुरा असर यूरोप पर पड़ेगा। दरअसल, यूक्रेन भारी मात्रा में गेहूं उत्पादन करता है जिसे यूरोप का ब्रेड बकेट कहा जाता है। अगर परमाणु हमला होता है तो पूरी दुनिया में भोजन की कमी हो जाएगी और सबसे ज्यादा असर यूरोप पर पड़ेगा। यही कारण है कि, पश्चिमी घबराये हुए हैं। इससे न सिर्फ यूक्रेन बल्कि पूरी दुनिया में फसलों पर असर पड़ेगा। लोगों के पास भोजन की कमी हो जाएगी। दुनियाभर में तापमान 16 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाएगा। यूक्रेन जैसे देश तो पूरी तरह से बर्फ में जम जाएंगे। ब्रिटेन के लंदन में अगर परमाणु बम गिरता है तो विस्फोट और विकिरण करोड़ों लोगों की जान ले सकता है। कोई भी सुरक्षित नहीं होगा। यही बम अगर भारत या चीन जैसे ज्यादा आबादी वाले देशों में गिरता है तो तबाही की दर काफी ज्यादा होगी। विस्फोट के दौरान मौसम का भी असर देखने को मिल सकता है। अगर टैक्टिकल न्यूक्लियर हथियारों के जरिए हमला किया गया तो तबाही कम और सीमित इलाकों में ही होगी, लेकिन अगर बैलिस्टिक मिसाइल से हमला किया गया तो उसका प्रभाव व्यापक होगा।
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दुनिया में 12,700 परमाणु हथियार मौजूद- सबसे ज्यादा रूप से पास
दुनियाभर में लगभग 12,700 परमाणु हथियारों की मौजूदगी की बात कही जाती है और इसमें से सबसे ज्यादा रूस के ही पास है। रूस सबसे अधिक लगभग 6,000 परमाणु हथियार अकेले रखे हुए है। अमेरिका के पास लगभग 5,400। ब्रिटेन के पास 225 परमाणु हथियार हैं, जिनमें से अधिकांश ट्राइडेंट पनडुब्बियों में रखे गए हैं। चीन, फ्रांस, पाकिस्तान, भारत, इजराइल और उत्तर कोरिया के पास भी परमाणु बम मौजूद हैं। इजरायल और उत्तर कोरिया ने अपने परमाणु बमों की संख्या को नहीं बताया है। भारत और पाकिस्तान के पास भी लगभग एक बराबर परमाणु हथियार हैं। लेकिन, चीन इस मामले में तेजी से आगे निकल रहा है। अमेरिकी खुफिया एजेंसी का अनुमान है कि 2027 तक चीन के पास कुल 700 परमाणु हथियार हो सकते हैं। ऐसे में अगर ये जंग परमाणु हमले में तब्दील होती है तो पूरी दुनिया पर इसका असर तो पड़ेगा ही लेकिन, सबसे ज्यादा तबाही पश्चिमी देशों में देखने को मिलेगी।