Pakistan Submarine PNS Khalid: पाकिस्तान इस वक्त बेहद बुरे दौर से गुजर रहा है। हाल यह है कि, मुल्क कंगाली से सिर्फ कुछ इंच दूर खड़ा है। मुल्क में हर एक चीजों की भारी कमी है। जनता सड़कों पर है। पाकिस्तानी रुपया अपने सबसे निचले स्तर पर है। विदेश मुद्रा भंडार खत्म होने के कगार पर है। सऊदी अरब, चीन, यूएई जैसे देश पाकिस्तान को कर्ज देने से पीछे हट रहे हैं। अर्थ्वयवस्था पूरी तरह डूब गई है। लेकिन, इस हालात में भी उसे अपने हथियारों को आधुनिक बनाने की पड़ी है। कंगाली के इस हाल में भी पाकिस्तान ने अपने दोस्त तुर्की से अपनी सबमरीन (Pakistan Submarine PNS Khalid) को अपग्रेड करने के लिए कहा था। पाकिस्तान की पनडुब्बियों को तुर्की अपग्रेड कर रहा है। 25 जनवरी को तुर्की की इंजीनियरिंग कंपनी एसटीएम ने पाकिस्तानी नौसेना को दूसरी अपग्रेडेड अगोस्टा 90बी क्लास की पनडुब्बी पीएनएस खालिद (Pakistan Submarine PNS Khalid) की डिलीवरी की है। पाकिस्तान की यह पनडुब्बी फ्रांसीसी मूल की है। इसे फ्रांसीसी फर्म डीसीएनएस ने डिजाइन और निर्मित किया है।
तुर्की ने कंगाल पाकिस्तान की पनडुब्बी को बनाया आधुनिक
पाकिस्तान ने फ्रांस से अपना रिश्ता ही खराब कर लिया जिसके बाद इसके अपग्रेडेशन पर फ्रांसीसी कंपनी सहमत नहीं हुई थी। इसके बाद पाकिस्तान तुरंत तुरंग की ओर मुंह उठा कर चल दिया। पाकिस्तान का दावा है कि, उसने अपनी पनडुब्बी के ओवरहॉलिंग के लिए एक खुला टेंडर जारी किया था। इसमें तुर्की की एसटीएम ने फ्रांसीसी फर्म डीसीएनएस को हराकर यह टेंडर हासिल किया था। तुर्की की फर्म ने खालिद पनडुब्बी के सोनार सिस्टम, पेरिस्कोप, कमांड और कंट्रोल सिस्टम, नेवल डेटा डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम, कन्वर्टर्स, स्टीयरिंग कंट्रोल सिस्टम, चिल्ड वॉटर सिस्टम और रडार और इलेक्ट्रॉनिक सपोर्ट सिस्टम सभी को बदला है। इस पनडुब्बी में ASELSAN और HAVELSAN सहित तुर्की की कई दूसरी कंपनियों के बनाए सिस्टम्स और पार्ट्स को लगाया गया है। इस पनडुब्बी के हाल में भी कई अपग्रेडेशन किया गया है। इन अपग्रेडेशन के बाद इस पनडुब्बी को इंटरनेशनल क्लासिफिकेशन सोसाइटी ने भी प्रमाणित किया है।
पाकिस्तान की पनडुब्बियों को अपग्रेड करने पर लगा है तुर्की
तुर्की और पाकिस्तान के बीच इधर बीच दोस्ती काफी बढ़ी है। पाकिस्तान के पनडुब्बियों को तुर्की नई ताकत दे रहा है। पीएनएस खालिद के अपग्रेडेशन से पहले पाकिस्तानी नौसेना के लिए पहली अगोस्टा 90बी क्लास की पनडुब्बी पीएनएस हमजा को अपग्रेड किया गया था। हमजा ने अपग्रेडेशन के बाद सीस्पार्क-2022 नौसैनिक अभ्यास में हिस्सा लिया था। इस दौरान पीएनएस हमजा पनडुब्बनी ने सफलतापूर्वक एक टारपीडो दागा और एक डीकमीशन फ्रिगेट को डूबो दिया।
क्या-क्या है PNS खालिद पनडुब्बी में
- पीएनएस खालिद (S-137) एक डीजल-इलेक्ट्रिक फास्ट-अटैक पनडुब्बी है जो एक एयर-इंडिपेंडेंट प्रोपल्शन सिस्टम से लैस है
- इसे 1999 में पाकिस्तानी नौसेना में शामिल किया गया था
- यह अगोस्टा क्लास की पहली पनडुब्बी है, जिसे पाकिस्तानी नौसेना में शामिल किया गया
- इस पनडुब्बी को फ्रांसीसी कंपनी डीससीएनएस ने फ्रांस के चेरबर्ग में निर्माण किया था
- इस क्लास की पनडुब्बी के लिए 21 सितंबर 1994 में पाकिस्तान और डीसीएनएस के बीच करार हुआ था
- पाकिस्तानी नौसेना के अनुसार, खालिद पनडुब्बी हिंद महासागर में लंबी दूरी के अभियान चलाने में सक्षम है
- पाकिस्तानी नौसेना के पीएनएस खालिद पनडुब्बी में टॉरपीडो, नेवल माइन, एंटी शिप मिसाइल और क्रूज मिसाइल तैनात है
- पीएनएस खालिद में जर्मन नौसेना के लिए विकसित DM2A4 Seehecht हैवीवेट टारपीडो को तैनात किया गया है
- यह पनडुब्बी स्टोनफिश नेवल माइन से भी लैस है
- इस पनडुब्बी में DTCN F17 वायर-गाइडेड एंटी-सरफेस शिप टॉरपीडो भी तैनात किया गया है
- दुश्मनों के युद्धपोतों पर निशाना साधने के लिए पीएनएस खालिद में फ्रांसीसी मूल की एक्सोसेट एंटी-शिप मिसाइल भी तैनात है
- इसमें बाबर-3 क्रूज मिसाइल को भी तैनात किया गया है।
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