पिछले साल सत्ता से बेदखल किए जाने के बाद से बौखलाए इमरान खान (Imran Khan) हर दिन किसी न किसी वजह से पाकिस्तान मीडिया में छाए रहते हैं । कभी आर्मी पर मुखानी हमला बोलकर तो, कभी सरकार पर आरोपों का बौछार कर छाए रहते हैं। खैर इन सबके बीच अब पाक के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने गुरुवार को कहा कि पाकिस्तानी लोग सत्ता परिवर्तन की ‘साजिश’ की भारी कीमत चुका रहे हैं। उन्होंने पूर्व सेना अध्यक्ष कमर जावेद बाजवा पर एक बार फिर कुछ अपराधियों की सत्ता में आने में मदद करने का आरोप लगाया। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के अध्यक्ष खान ने सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि उसने सरकारी कर्ज बढ़ा दिया है और महंगाई बेतहाशा हो गई है।
बता दें, इंटरबैंक मार्केट में गुरुवार को पाकिस्तानी रुपया डॉलर के मुकाबले 18.74 अंक गिर गया। विश्लेषकों ने इसके लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के साथ सरकार के गतिरोध को जिम्मेदार ठहराया। नकदी के संकट से जूझ रहे पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था डांवाडोल स्थिति में है। कुछ सप्ताह पहले पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडा 2.9 अरब डॉलर के सबसे निचले स्तर पर गिर गया था। इसकी सीधी मार महंगाई के रूप में पाकिस्तान की जनता पर पड़ी है।
इमरान खान ने बाजवा की लगाई क्लास
इस दौरान इमरान खान ने ट्वीट किया, पाकिस्तानी सत्ता परिवर्तन की साजिश की भारी कीमत चुका रहे हैं और पूर्व सेना प्रमुख ने देश पर कुछ अपराधियों को थोप दिया है। खान (70) को अविश्वास प्रस्ताव के जरिए अप्रैल 2022 में सत्ता से बेदखल किया गया था और तभी से उनके और बाजवा के बीच संबंधों में तनाव देखा गया है। खान पहले आरोप लगा चुके हैं कि पूर्व सेना अध्यक्ष उनकी हत्या कराना चाहते थे।
पाकिस्तान का विपक्ष कहां गायब?
पाकिस्तान की सरकार आर्थिक मोर्चों पर लगातार विफल साबित हो रही है लेकिन विपक्ष नदारथ है। विपक्ष के सबसे बड़े नेता इमरान खान पर खुद तोशखाना मामले में गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। उनके कई करीबी नेता, जैसे शेख रशीद, आजम स्वाति, फवाद चौधरी जेल जा चुके हैं। फिलहाल जनता की आवाज उठाने वाला कोई नहीं है। दूसरी तरफ शहबाज सरकार आईएमएफ से कर्ज हासिल करने के लिए उसकी कठोर शर्तें मंजूर करती जा रही है।