पाकिस्तान और तालिबान (Pakistan and Taliban) में जितनी गहरी दोस्ती थी आज उतनी ही गहरी दुश्मनी भी हो गई है। एक समय था जब तालिबान के लिए पाकिस्तान ने क्या कुछ नहीं किया लेकिन आज वो दिन है जब दोनों एक दूसरे के खून के प्यासे बन गये हैं। ऐसे में पाकिस्तान में पिछले कुछ दिनों से लगातार तहरीक ए तालिबान पाकिस्तान के आतंकियों ने शहबाज सरकार की नाक में दम कर दिया है। लगातार पुलिस और आर्मी पर हमले हो रहे हैं। हर हमले के बाद पाकिस्तान आरोप लगाता रहा है कि अफगानिस्तान इन आतंकियों को अपनी जमीन पर शरण दे रहा है। लेकिन अब अफगानिस्तान की ओर से पाकिस्तान को करारा झटका लगा है। अफगानिस्तान के एक मंत्री ने कहा उनकी जमीन पर ऐसे कोई भी आतंकी नहीं हैं।
तालिबान के कार्यवाहक मंत्री खलील अल-रहमान ने कहा है कि उनके देश में TTP का कोई भी आतंकी नहीं है। इसमें उनसे पूछा गया कि पाकिस्तान की ओर से लगातार TTP को शरण देने का आरोप लगा रहा है, इस पर आपका क्या कहना है? खलील अल रहमान ने इस पर कहा कि हम अफगानिस्तान में ऐसे समूह से जुड़े लोगों के अस्तित्व को नकारते हैं खलील अल-रहमान से पूछा गया कि आप अभी भी अमेरिका की मोस्ट वांटेल लिस्ट में हैं। आप पर 5 मिलियन डॉलर का इनाम अभी तक रद्द नहीं हुआ, इस पर क्या प्रतिक्रिया है? इस पर उन्होंने कहा कि ये मेरे लिए गर्व की बात है। अमेरिका ने अन्यायपूर्ण काम किया है। मैंने कभी वाइट हाउस पर हमला नहीं किया, लेकिन उन्होंने मेरे घर पर हमला किया।
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पाकिस्तान ने दी थी चेतावनी
अफगानिस्तान पर TTP को शरण देने का आरोप लगा है। लेकिन तालिबान ने ऐसी खबरों का खंडन करते हुए कहा है कि TTP या उनके शिविर हमारी सीमाओं में नहीं हैं। जिस तालिबान ने आज नाक में दम कर रखा है, उसे पाकिस्तान ही पाल रहा था। रिपोर्ट्स के मुताबिक TTP पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में कब्जा कर वहां शरिया कानून लागू करना चाहता है।