एक तरफ पाकिस्तान कंगाली का रोना लेकर दुनिया भर के देशों के आगे कटोरा लेकर भीख मांग रहा है। आईएमएफ के आगे नाक रगड़कर कर्ज देने की गुहार लगा रहा है। लड़खड़ाती आर्थिक स्थिति को फिर से पटरी पर लाने के लिए शहबाज की सरकार ने पैसे बचाने को लेकर काफी सख्त फैसले लिए है। कैबिनेट और राज्य मंत्री सैलरी नहीं लेंगे। इसके अलावा सरकारी लग्जरी गाड़ियों की नीलामी के जरिए पैसा जुटाया जाएगा।
ऊपरी तौर पर भले ही सरकार आर्थिक रोना रो रही है, लेकिन अधिकारी बेहिसाब कमाई कर रहे हैं। शादी में अरबों के गिफ्ट्स दिए जा रहे हैं। दरअसल, पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने एक इंटरव्यू में कहा था, ‘पाकिस्तान के एक ब्यूरोक्रेट के घर पर शादी हुई थी। शादी में सलामी रस्म होती है, जिसमें दूल्हा और दुल्हन को घरवाले, रिश्तेदार और दोस्त गिफ्ट देते हैं। इस शादी में अकेले दुल्हन को 72 करोड़ पाकिस्तानी रुपए के गिफ्ट्स मिले थे। इसी अधिकारी की बड़ी बेटी की पिछले साल शादी हुई थी। उस वक्त उसकी बेटी को सलामी रस्म में एक अरब 20 करोड़ रुपए मिले थे।
बता दें कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के एक अधिकारी ने पाकिस्तान के अखबार द एक्सप्रेस ट्रिब्यून से बातचीत में कहा था कि, ‘ये बेहद हैरानी वाली बात है कि 22 फीसदी आबादी वाले पाकिस्तान में करीब 22 फीसदी लोग गरीबी रेखा से नीचे अपना जीवन यापन करते हैं. वहीं, देश की कमाई का 49.6 फीसदी हिस्सा 20 फीसदी लोगों के पास है। केवल सात फीसदी हिस्सा 20 फीसदी गरीबों के पास जाता है। सरकार को दिखाना होगा कि वह टैक्स का पैसा गरीबों की बेहतरी में खर्च कर रही है।’
पाकिस्तान सरकार ने ऐलान किया है कि सरकार द्वारा गैरजरूरी हवाई सफर को बंद कर दिया जाएगा। यदि बहुत जरूरी हुआ तो इकोनॉमी क्लास में सफर किया जाएगा। विदेश यात्राओं के दौरान फाइव स्टार होटलों में नहीं ठहरा जाएगा। सभी मंत्री और अधिकारी अपनी जेब से बिजली, टेलिफोन, पानी और गैस का बिल भरेंगे।