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9 मई PAK के इतिहास का ‘काला दिन’,सेना पर हमले से शहबाज शरीफ का फूटा गुस्सा, इमरान पर निकाली भड़ास

शहबाज शरीफ इमरान पर बरसे

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान जब से सत्ता से खदेड़े गए हैं तब से वापसी के लिए बौखलाए हुए हैं। वहीं अभी पिछले दिनों इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद पूरे देश में भारी बवाल देखने को मिला है। इस दौरान आवाम को काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ा। इसके बाद अब पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (shahbaz sharif) ने पहली बार कैबिनेट को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि 16 दिसंबर 1971 में ‘फॉल ऑफ ढाका’ यानी बांग्लादेश के बनने के बाद 9 मई का दिन पाकिस्तानी इतिहास में सबसे काला रहा है। शहबाज शरीफ वे कहा कि पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ पार्टी देश को तबाही की ओर ले जाने में लगी है।

प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि इमरान नियाजी पहले एक चिट्ठी दिखाते रहे कि उनकी सरकार गिराने के पीछे अमेरिका की साजिश है। मगर बाद में आकर कहते हैं कि अमेरिका की कोई साजिश नहीं। क्या यह कोई बच्चों का खेल है? रातोंरात क्या आप पर जादूटोना हुआ जिससे लगने लगा कि कोई साजिश नहीं है। IMF के साथ पिछली सरकारों ने समझौतों का उल्लंघन किया और हम इसे फिर से ठीक करने की कोशिश कर रहे हैं।

इमरान देश को करना चाहते हैं डिफॉल्ट

पाकिस्तान PM शहबाज शरीफ ने आगे कहा कि इमरान कहते रहे हैं कि पाकिस्तान के हालात श्रीलंका जैसे होते जा रहे हैं। यानी वह दिल में बद्दुआएं कर रहा था कि पाकिस्तान डिफॉल्ट कर जाए और हमारे सामने और भी मुश्किल आर्थिक संकट खड़ा हो। इमरान को प्रधानमंत्री बनवाया गया था। इलेक्शन में धांधली हुई थी। लेकिन ये मंसूबा 2018 से पहले ही शुरू हो गया था। इमरान को क्या करना है क्या नहीं ये पीछे से बताया जा रहा था, इमरान ने जो जहर फैलाया वो पूरे देश के हर तबके में पहुंच चुके हैं।

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पाक सेना पर हमला

गौरतलब है, पाकिस्तान में प्रदर्शन के दौरान इमरान के समर्थकों ने सेना पर हमला किया। शहबाज शरीफ ने कहा, ‘जब जुल्फिकार अली भुट्टो की न्यायिक हत्या हुई तब लोगों ने प्रदर्शन किया, खुद को नुकसान पहुंचाया लेकिन किसी फौजी बिल्डिंग की तरफ देखा तक नहीं। जब बेनजीर भुट्टो की हत्या हुई तो फौरन (सेना पर) उंगलियां उठीं। प्रदर्शन हुआ, लेकिन किसी फौजी इमारत पर हमला नहीं हुआ।’