पाकिस्तान में आर्थिक संकट के साथ साथ अब राजनितिक संकट भी आ गया है। पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran) को 9 मई को अल-कादिर ट्रस्ट मामले में इस्लामाबाद हाईकोर्ट से गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद से देश में हिंसा हुई। इमरान खान को रिहा कर दिया गया है। लेकिन अभी भी पाकिस्तान में राज नीतिक उथल पुथल चालु है। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के चीफ इमरान खान (Imran Khan) को रिहाई देने के फैसले पर कोर्ट और शहबाज सरकार के बीच तल्खियां बढ़ती ही जा रही हैं। शहबाज सरकार के गठबंधन पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (PDM) में शामिल पार्टियां धरना दे रही हैं। वहीं, पाकिस्तान की संसद में इमरान खान को फांसी देने की मांग भी उठी।
Imran खान को फांसी दो
पाकिस्तान की राष्ट्रीय सभा में विपक्ष के नेता राजा रियाज अहमद खान ने सोमवार को एक अजीबो-गरीब मांग कर डाली। उन्होंने इमरान को जमानत देने वाले कोर्ट के फैसलों की आलोचना तो की ही, साथ ही साथ पूर्व पीएम (Imran) को सबके सामने फांसी देने की मांग कर दी। उनके शब्द कुछ इस तरह से थे, ‘इमरान खान को सबके सामने फांसी पर लटका देना चाहिए। लेकिन अदालतें उनका ऐसा स्वागत कर रही हैं जैसे कि वह उनके दामाद हैं।’ इस मांग से अलग पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के मुखिया इमरान पर पाकिस्तान आर्मी एक्ट के सेक्शन 59, 60 के तहत केस भी दर्ज कर दिया गया है। इस केस का ट्रायल मिलिट्री कोर्ट में होगा। इस एक्ट के तहत दर्ज केस में दोषी साबित होने पर या तो मौत की सजा मिलती है या फिर उम्र कैद होती है।
जनरल असीम मुनीर इमरान खान से निकाल रहे हैं दुश्मनी
आज के हालातों को अगर देखा जाए तो इमरान खुद (Imran) बात कह चुके हैं कि जनरल आसिम मुनीर उनसे दुश्मनी निकाल रहे हैं। इमरान (Imran) और जनरल मुनीर के बीच दुश्मनी कोई नई बात नहीं है। उनके बीच साल 2019 से ही उनके बीच में तनाव है। अक्टूबर 2018 में जनरल मुनीर को आईएसआई चीफ बनाया गया था। लेकिन जून 2019 में ही उन्हें इस पद से हटा दिया गया। उस समय इमरान देश के प्रधानमंत्री थे। आज भी हालात कुछ-कुछ वैसे ही हैं। इमरान का भविष्य क्या होगा यह तो वक्त ही तय करेगा।
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