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नेपाल के पीएम प्रचंड की भारत की 4 दिवसीय आधिकारिक यात्रा आज से शुरू

नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल उर्फ 'प्रचंड' का चार दिवसीय आधिकारिक दौरे पर बुधवार को भारत आगमन (फ़ोटो: सौजन्य: आईएएनएस)।

विदेश मंत्रालय की सूचना के अनुसार,नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल उर्फ ​​’प्रचंड’ बुधवार को 4 दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर भारत पहुंच गये हैं।

दहल ने पिछले साल दिसंबर में पदभार ग्रहण किया था, अपने भारतीय समकक्ष, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निमंत्रण पर 31 मई से 3 जून तक भारत का दौरा करेंगे। यात्रा के दौरान नेपाली पीएम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से भी मुलाकात करेंगे। नेपाल के पीएम बुधवार को दोपहर 2:50 बजे दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर पहुंचे।

दहल अगले दिन (गुरुवार) सुबह 10.30 बजे महात्मा गांधी की समाधि पर माल्यार्पण कर अपने कार्यक्रम की शुरुआत करेंगे।

नेपाली पीएम की बुधवार को बैठकों की कतार है, जिसमें सबसे ऊपर नई दिल्ली के हैदराबाद हाउस में सुबह 11 बजे पीएम मोदी के साथ बैठक है।

दहल दोनों देशों के बीच समझौतों के आदान-प्रदान की अध्यक्षता भी करेंगे और उसी स्थान पर लगभग दोपहर में प्रेस बयान भी जारी करेंगे।

शाम 4 बजे नेपाली पीएम उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से मौलाना आजाद रोड स्थित उनके आधिकारिक आवास पर मुलाकात करेंगे। इसके बाद दहल राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात करेंगे।

दौरे के दूसरे दिन अपने आधिकारिक कार्यक्रमों के अलावा दहल इंदौर में एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए रवाना होंगे। विदेश मंत्रालय के अनुसार, उनके उज्जैन जाने की भी संभावना है। वह 3 जून, शनिवार को शाम 4.20 बजे काठमांडू के लिए प्रस्थान करेंगे।

नेपाल के प्रधानमंत्री दहल की यात्रा के दौरान उनके साथ एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी आया है।

विदेश मंत्रालय ने एक आधिकारिक बयान में कहा है कि पीएम दहल भारत और नेपाल के बीच द्विपक्षीय साझेदारी के विभिन्न क्षेत्रों पर प्रधानमंत्री मोदी के साथ व्यापक बातचीत भी करेंगे।

कई अन्य भारतीय गणमान्य व्यक्ति भी नेपाल के प्रधान मंत्री से मुलाकात करेंगे।

यह यात्रा ‘नेबरहुड फर्स्ट’ नीति को आगे बढ़ाने में भारत और नेपाल के बीच नियमित रूप से उच्च स्तरीय आदान-प्रदान की परंपरा को जारी रखने की ही कड़ी है।

सहयोग के सभी क्षेत्रों में पिछले कुछ वर्षों में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध काफी मजबूत हुए हैं।

यह यात्रा दोनों पक्षों द्वारा दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय साझेदारी को गति देने के महत्व को प्रदर्शित करती है।