भारत के साथ संबंधों की सराहना करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि दोनों देशों के बीच की दोस्ती “दुनिया में सबसे महत्वपूर्ण दोस्ती” में से एक है।
बाइडेन ने रविवार को ट्विटर पर कहा, “संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत के बीच की दोस्ती दुनिया में सबसे महत्वपूर्ण है। और यह पहले से कहीं अधिक मज़बूत, क़रीबी और अधिक गतिशील है। बाइडेन के ट्वीट का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच दोस्ती वैश्विक कल्याण की एक ताक़त है।
पीएम मोदी ने ट्वीट किया, “मैं आपसे पूरी तरह सहमत हूं, @POTUS @JoeBiden हमारे देशों के बीच दोस्ती वैश्विक हित की ताक़त है। यह इस धरती को बेहतर और अधिक स्थायी बनायेगी।”
उन्होंने आगे कहा, “मेरी हालिया यात्रा में जो बातें सामने आयीं, उनसे हमारा रिश्ता और भी मज़बूत होगा।”
प्रधानमंत्री मोदी 20-25 जून तक अमेरिका और मिस्र की अपनी पहली राजकीय यात्रा पर थे।
उन्होंने 24 जून को अमेरिका की अपनी राजकीय यात्रा समाप्त की और वहां से काहिरा के लिए प्रस्थान किया।
I fully agree with you, @POTUS @JoeBiden! Friendship between our countries is a force of global good. It will make a planet better and more sustainable. The ground covered in my recent visit will strengthen our bond even more. 🇮🇳 🇺🇸 https://t.co/iEEhBIYG17
— Narendra Modi (@narendramodi) June 25, 2023
अपनी अमेरिकी यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री ने विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लिया और शीर्ष भारतीय और अमेरिकी सीईओ से मुलाक़ात की। व्हाइट हाउस में उनका औपचारिक स्वागत किया गया और गार्ड ऑफ़ ऑनर दिया गया।
उन्हें अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ-साथ प्रथम महिला जिल बाइडेन द्वारा व्हाइट हाउस में राजकीय रात्रिभोज के साथ-साथ अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस द्वारा भी राजकीय भोज के के लिए आमंत्रित किया गया था।
मिस्र के लिए उड़ान भरने से पहले पीएम मोदी ने वाशिंगटन डीसी में रोनाल्ड रीगन बिल्डिंग में भारतीय प्रवासियों के साथ बातचीत की और अपने विदाई भाषण में इस मुलाक़ात की तुलना “भोजन के बाद मीठे पकवान” से की।
मिस्र पहुंचने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वहां के नेताओं और भारतीय प्रवासियों के साथ विभिन्न कार्यक्रम किए।
शनिवार को पीएम मोदी ने काहिरा में अपने मिस्र के समकक्ष मुस्तफ़ा मैडबौली के साथ गोलमेज बैठक की। अरब राष्ट्र की अपनी इस दो दिवसीय यात्रा के दौरान उन्होंने मिस्र में विचारकों से भी मुलाक़ात की।
रविवार को पीएम मोदी ने मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फ़तह अल-सिसी के साथ बैठक की, जिसके दौरान उन्होंने द्विपक्षीय संबंधों को “रणनीतिक साझेदारी” तक बढ़ाने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किये। दोनों नेताओं ने व्यापार, निवेश, रक्षा, सुरक्षा, नवीकरणीय ऊर्जा, सांस्कृतिक और लोगों से लोगों के संबंधों सहित दोनों देशों के बीच साझेदारी को और गहरा करने के तरीक़ों पर भी चर्चा की।
पीएम मोदी को राष्ट्रपति अब्देल फ़तह अल-सिसी ने मिस्र के सर्वोच्च राजकीय सम्मान से सम्मानित किया। यह उन्हें दिया जाने वाला अपनी तरह का तेरहवां राजकीय सम्मान था।
पिछले नौ वर्षों में पीएम मोदी को कई अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार मिले हैं, जिनमें कंपेनियन ऑफ़ द ऑर्डर ऑफ़ लोगोहु, कंपेनियन ऑफ़ द ऑर्डर ऑफ़ फ़िज़ी और रिपब्लिक ऑफ़ पलाऊ द्वारा दिया जाने वाला एबकल अवॉर्ड शामिल हैं।
मिस्र की अपनी राजकीय यात्रा के एक हिस्से के रूप में पीएम मोदी ने काहिरा में गीज़ा के पिरामिडों और अल-हकीम मस्जिद का भी दौरा किया। अल-हकीम मस्जिद का दौरा करने के बाद पीएम मोदी हेलियोपोलिस युद्ध कब्रिस्तान गये और प्रथम विश्व युद्ध के दौरान सर्वोच्च बलिदान देने वाले भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि दी।
पीएम मोदी ने विशेष रूप से मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी के निमंत्रण पर मिस्र का दौरा किया था। अब्देल फ़तह ने जनवरी 2023 में भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में ‘मुख्य अतिथि’ के रूप में भाग लिया था।