हिमाचल प्रदेश में लगातार चल रही तीन दिनों की मूसलाधार बारिश और बादल फटने के से हुए भूस्खलन और बाढ़ में कम से कम 19 लोगों की जान चली गयी है। संपत्ति को भारी नुक़सान पहुंचा है और सड़कें, पुल और जल आपूर्ति बुनियादी ढांचे बह गये हैं।
शुरूआती आकलन से पता चलता है कि इससे हुआ नुक़सान 162 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार कर चुका है।
मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों के दौरान राज्य में भारी से बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया है।
भारी भूस्खलन, सड़कों के डूबने और पुलों और राजमार्गों के बह जाने के कारण कुल्लू, लाहौल-स्पीति और किन्नौर जाने वाले सैकड़ों पर्यटक घंटों तक फंसे रहे।
लगातार ख़राब मौसम, तूफान और ओलावृष्टि के बाद पहाड़ी राज्य में मॉनसून की बारिश ने काफ़ी पहले ही दस्तक दे दी है, जिससे किसानों, व्यापारियों और यात्रियों की मुश्किलें बढ़ गयी हैं।
राज्य में भारी बारिश के कारण 300 से अधिक सड़कें ठप हो गयी हैं। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के एक अधिकारी ने कहा है कि बिजली के 140 ट्रांसफार्मर बंद हैं।
रामपुर के पास एक कार के सड़क से फिसलकर गहरी खाई में गिर जाने से चार लोगों की मौत हो गई। पर्यटकों को सावधानी से गाड़ी चलाने की सलाह दी गयी है, क्योंकि पहाड़ी सड़कों पर बारिश के दौरान और बादलों और कोहरे के कारण दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ जाती है।
इसके अलावा नदियों से सटे शिविर स्थलों और भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में न जाने की अपील की गयी है।पुलिस ने एडवाइजरी जारी कर कहा है कि ऐसे मौसम में राफ्टिंग समेत सभी तरह की जल क्रीड़ा गतिविधियों से बचने की ज़रूरत है।
टीटीआर पुलिस की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि किसी भी संकट की स्थिति में आपातकालीन नंबर 112 और 1077 और स्थानीय पुलिस स्टेशन नंबर पर संपर्क किया जा सकता है।
बांधों से पानी छोड़े जाने के बाद नदियों और छोटे नालों में जलस्तर बढ़ने से कुछ इलाक़ों में बाढ़ भी आ गयी है।
जल एवं सिंचाई की 1044 योजनाओं में गाद भरने से पेयजल के लिए हाहाकार मच गया है। राजधानी शिमला के कुछ इलाक़ों में सोमवार को चौथे दिन भी पीने का पानी नहीं मिला। लोग टैंकरों से पानी की व्यवस्था करते दिखे।
इस सप्ताह की शुरुआत में कीरतपुर-नेरचौक फोर-लेन राजमार्ग भी प्रभावित हुआ था। राजस्थान, उत्तर प्रदेश, जम्मू-कश्मीर के लिए बेर लेकर जाने वाली क़रीब 100 गाड़ियां यहां फंसी हुई हैं। कुल्लू-मंडी के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग बंद होने से सोमवार सुबह कुल्लू में दूध, अखबार और अन्य जरूरी सामान की आपूर्ति नहीं हो सकी।
वहीं मुंबई में भारी बारिश से जन-जीवन ठप पड़ गया है।जगह-जगह पानी का जमाव और पेड़ गिर जाने से आवाजाही में बेहद परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
मुंबई में भारी बारिश को देखते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
मुंबई और उप-नगरों में हुई मध्यम से भारी बारिश, आईएमडी ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया
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