प्रधानमंत्री मोदी ने आज SCO सम्मलेन का आयोजन किया। इस सम्मलेन में वर्चुअली चीन, रूस और पाकिस्तान समेत कई देश हिस्सा ले रहे हैं। चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग (Jinping) ने जब इस सम्मलेन में अपना संबोधन तो पहले तो उन्होंने शांति की बात करी फिर वह जमकर अमेरिका पर भड़के। वैगनर ग्रुप की तरफ से पिछले दिनों रूस में हुई असफल तख्तापलट की कोशिश के बाद इस सम्मेलन का आयोजन हो रहा है। ऐसे में सबकी नजरें रूसी राष्ट्रपति पुतिन के संबोधन पर भी टिकी हैं।
जिनपिंग ने उठाए यह मुद्दे
जिनपिंग (Jinping) ने कई मुद्दे उठाए। उन्होंने शांति के साथ साथ ,रंग भेदभाव , डॉलर और अन्य मुद्दों पर बात करी। जिनपिंग ने एससीओ में बहुपक्षीय आर्थिक प्रतिबंधों पर भी जोर दिया है। जिनपिंग ने इस दौरान कहा कि एससीओ को क्षेत्र में शांति हासिल करने की दिशा में काम करना चाहिए। उनके शब्दों में, ‘हमें अपने संबंधों को मजबूत करना चाहिए और सीमा पार करने में सहूलियतें देनी चाहिए। साथ ही सप्लाई और आपूर्ति और वैल्यू चेन्स को इंटीग्रेट भी करना चाहिए।’
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जिनपिंग (Jinping) ने इस दौरान कहा कि क्षेत्र में नए शीत युद्ध को शुरू करने की कोशिशों का सामना करने की जरूरत है। साथ ही उन्होंने क्षेत्र के देशों के मामलों में बाहरी ताकतों के हस्तक्षेप के विरोध पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि सभी सदस्यों से प्रमुख पारस्परिक हितों और चिंताओं का सम्मान करना होगा। साथ ही जो भी असहमति है उसे सिर्फ बातचीत के जरिए ही हल किया जाए।
पुतिन वैगनर विद्रोह के बाद एससीओ सम्मेलन में पहली बार दुनिया के सामने आएंगे
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन वैगनर विद्रोह के बाद एससीओ सम्मेलन में पहली बार दुनिया के सामने आएंगे। सम्मेलन का आयोजन पहली बार भारत की अध्यक्षता में हो रहा है। इस बार ईरान को भी पूर्ण सदस्यता मिली है। इसका ऐलान पीएम मोदी की तरफ से किया गया। पीएम मोदी ने इस दौरान अफगानिस्तान के हालात का जिक्र किया। साथ ही उन्होंने यूक्रेन संघर्ष और आपसी संघर्ष को भी बढ़ाने की बात कही है।