लोकतंत्र में, यह लोगों का, लोगों द्वारा और लोगों के लिए है. लेकिन वंशवादी राजनीतिक दलों के लिए, यह परिवार का, परिवार द्वारा और परिवार के लिए है. परिवार पहले, राष्ट्र कुछ भी नहीं… यह उनका आदर्श वाक्य है… नफरत, भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण की राजनीति है. देश वंशवादी राजनीति की आग का शिकार है. उनके लिए, केवल उनके परिवार का विकास मायने रखता है, देश के गरीबों का नहीं…