प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व शेर दिवस(World Lion Day) पर शेरों के आवास की रक्षा करने और जंगल के राजा के रूप में ज्ञात शेर के अस्तित्व को सुनिश्चित करने की दिशा में काम करने वाले सभी लोगों के समर्पण की सराहना की है।
प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया: “विश्व शेर दिवस उन रॉयल शेरों का उत्सव मनाने का एक अवसर है, जो अपनी ताक़त और भव्यता से हमारे दिलों को मोहित कर लेते हैं। भारत को एशियाई शेरों का आश्रय होने पर गर्व है और पिछले कुछ वर्षों में भारत में शेरों की आबादी में लगातार वृद्धि हुई है। मैं शेरों के आवास की रक्षा की दिशा में काम करने वाले सभी लोगों की सराहना करता हूं। हम यह सुनिश्चित करते हुए उन्हें संजोना और उनकी रक्षा करना जारी रखें कि वे आने वाली पीढ़ियों के लिए फलते-फूलते रहें।”
World Lion Day is an occasion to celebrate the majestic lions that captivate our hearts with their strength and magnificence. India is proud to be home to the Asiatic Lions and over the last few years there has been a steady rise in the lion population in India. I laud all those… pic.twitter.com/ohWcPP2Ofe
— Narendra Modi (@narendramodi) August 10, 2023
प्रधानमंत्री मोदी ने शेर सहित सात प्रमुख शेरों की प्रजातियों के संरक्षण के उद्देश्य से इंटरनेशनल बिग कैट एलायंस (आईबीसीए) शुरू करने की पहल की। यह गठबंधन भारत के प्रोजेक्ट टाइगर की सफलता की कहानी पर आधारित था, जिसके परिणामस्वरूप भारत दुनिया की 70% बाघ आबादी का आश्रयस्थल बन गया।
शेर को 7 बिग कैट की सूची में शामिल किया गया है, जिनमें अन्य हैं- तेंदुआ, स्नो लेपर्ड, प्यूमा, जगुआर और चीता।
इस गठबंधन का विचार जुलाई 2019 में उत्पन्न हुआ, जब प्रधानमंत्री मोदी ने वैश्विक बाघ दिवस पर एशिया में अवैध शिकार और अवैध वन्यजीव व्यापार के ख़िलाफ़ वैश्विक नेताओं के गठबंधन का आह्वान किया। इंटरनेशनल बिग कैट एलायंस की स्थापना इस पहल के सिद्धांतों के प्रति प्रतिबद्धता का एक प्रमाण है। गठबंधन बड़ी बिल्लियों से जुड़े पूरे पारिस्थितिकी तंत्र का समर्थन करने के लिए वित्तीय और तकनीकी संसाधन जुटाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा, जिससे उनका संरक्षण और सुरक्षा सुनिश्चित होगी।
गठबंधन का लक्ष्य प्राकृतिक आवासों को कवर करने वाले 97 श्रेणी के देशों तक पहुंचना है।
आईबीसीए के माध्यम से भारत इन प्रजातियों के संरक्षण में ज्ञान, विशेषज्ञता और वैश्विक सर्वोत्तम प्रथाओं को जैसे बड़ी बिल्लियों की आबादी वाले अन्य इंडोनेशिया, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका जैसे अन्य देशों के साथ साझा करने की उम्मीद करता है।
इस गठबंधन का उद्देश्य संरक्षण के लिए स्थायी समाधान तैयार करने के लिए सरकारों, ग़ैर सरकारी संगठनों और निजी क्षेत्र के बीच सहयोग को सुविधाजनक बनाना भी है।
आईबीसीए का लॉन्च इन शानदार जानवरों के संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण क़दम है, क्योंकि उनकी आबादी आश्रय-स्थल के नुकसान, अवैध शिकार और मानव-पशु संघर्षों से अभूतपूर्व ख़तरों का सामना करती है।
उनके संरक्षण और सुरक्षा के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए वैश्विक स्तर पर हर साल 10 अगस्त को विश्व शेर दिवस मनाया जाता है। यह दिन दुनिया भर में शेरों के सामने आने वाली चुनौतियों के बारे में लोगों को शिक्षित करने और उनके संरक्षण के प्रयासों को बढ़ावा देने के साथ-साथ इन रॉयल बिग कैट और दुनिया भर के पारिस्थितिक तंत्र और संस्कृतियों में उनके महत्व का जश्न मनाने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करता है।
विश्व शेर दिवस की स्थापना पहली बार 2013 में बिग कैट रेस्क्यू द्वारा की गयी थी, जो शेरों को समर्पित दुनिया का सबसे बड़ा मान्यता प्राप्त अभयारण्य है और इसकी सह-स्थापना डेरेक और बेवर्ली जौबर्ट, एक पति-पत्नी की टीम ने की थी, जिन्होंने इनकी संख्या में आने वाली गिरावट और उनक ख़तरों की ओर ध्यान आकर्षित करने की आवश्यकता को पहचाना, जिनका वे जंगल में सामना कर रहे थे।