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बीमारी से निपटने के लिए किया जिम, आज बॉडीबिल्डिंग की नेशनल चैंपियन बन गईं दो बच्चों की मां

प्रतिभा ने उत्तराखंड का नाम बॉडीबिल्डिंग के क्षेत्र में रोशन किया

Bodybuilder Pratibha :अक्सर ऐसा होता है जब हम घर संभालने वाली महिलाओं की क्षमता और प्रतिभा को महज घर की चार दिवारी के अंदर ही सीमित कर देते हैं। मगर ऐसा नहीं है क्योंकि यही महिलाएं मौका मिलने पर ऐसे कारनामे कर देती है जिनके बारे में आपने पहले कभी सोचा भी न हो। ऐसा ही कुछ कर दिखाया उत्तराखंड की 41 साल की प्रतिभा थापियाल ने। दो छोटे-छोटे बच्चें की मां प्रतिभा मौजूदा समय में बॉडीबिल्डिंग में नेशनल चैंपियन हैं। उनकी जिंदगी का सफर बताता है कि मेहनत और जुनून से कभी भी कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।

बता दें, उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल की रहने वाली प्रतिभा ने मध्यप्रदेश के रतलाम में हुई 13वीं नेशनल सीनियर महिला बॉडीबिल्डिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल अपने नाम किया है। प्रतिभा ने पहली बार इस चैंपियनशिप में हिस्सा लिया और उन्होंने पहली बार में ही मेडल पर कब्जा कर लिया जिसने उनका आत्मविश्वास काफी बढ़ा दिया है।

प्रतिभा दो बेटों की मां

प्रतिभा की पर्सनल लाइफ की बात करें तो प्रतिभा के दो बेटे हैं जो 10वीं क्लास में पढ़ता है वहीं दूसरा बेटा 17 साल का है जो कि 12वीं क्लास में पढ़ता है। टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक साल 2018 में प्रतिभा को पता चला कि उनका थाइरोड लेवल बहुत ज्यादा बढ़ गया है, उस समय डॉक्टर ने उन्हें एक्सरसाइज करने की सलाह दी। प्रतिभा ने अपने पति के साथ जिम जॉइन किया और यहीं से उनकी फिटनेस जर्नी शुरू हुई। कुछ ही महीनों में प्रतिभा ने 30 किलो वजन घटा लिया।

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प्रतिभा पूरे 7 घंटे करती हैं ट्रेनिंग

प्रतिभा ने पहली बार पिछले साल बॉडीबिल्डिंग प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था। सिक्किम में हुई प्रतियोगिता में वो चौथे स्थान पर रही। पहले वो बॉडीबिल्डर बनने के लिए सहज नहीं थी क्योंकि वो उस तरह के कपड़े नहीं पहनती थीं। जब पहली बार उन्होंने ऐसा किया तो पड़ोसियों ने उन्हें ताना मारा था। हालांकि पति के सहयोग से उन्होंने ये बाधा भी पार कर ली। प्रतिभा अब एशियन और वर्ल्ड चैंपियनशिप की तैयारी कर रही हैं। वो हर रोज लगभग सात घंटे जिम में बिताती हैं।