आर्थिक तंगी की दौर से गुजर रहे Pakistan में खाने पीने के सामानों के दाम आसमान छू रहे हैं। आपको याद होगा जब पाकिस्तान में एक किलो आटा के लिए वहां की जनता घंटो लाइन में लगने को मजबूर हुए थे। वहीं एक बार फिर से पाकिस्तानी आवाम के लिए मुंह मिठा करना दुष्वार हो गया है। क्योंकि चीनी के दाम 3 अंकों में पहुंच गई है।
Pakistan में अब चीनी की कड़वाहट तेज हो चली है। चीनी की कीमत 185 रुपए प्रति किलोग्राम के पार हो चली है। महंगाई ने गरीब आवाम से मुंह की मिठास छील ली है। एक तरफ जहां पाकिस्तान में बिजली बिलों को लेकर पहले से ही हाहाकार मचा हुआ है। वहीं,अब चीनी की बढ़ती कीमतों ने लोगों को परेशान कर दिया है। पाकिस्तान में चीनी की कीमत बढ़ जाने के कारण बाजार में मिठाइयों के दाम में भी तेजी देखी जा रही है।
चीनी हो गई तीखी
पाकिस्तानी अवाम के ऊपर अब चीनी का महंगाई बम फूट पड़ा है। पाकिस्तान में चीनी की कीमतें बढ़कर 185 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई हैं। हालात इतने संगीन है कि पाकिस्तान में गरीब अवाम की हलक से मिठास गायब हो गई है। गरीब लोगों की हलक तक मिठाई जाना दुष्वार हो गया है।
हालांकि, पाकिस्तान की आर्थिक समन्वय समिति (ECC) ने संबंधित एजेंसियों से चीनी की जमाखोरी और तस्करी की जांच करने का आदेश जारी किया है। वहीं पाकिस्तान में आपदा में अवसर ढूंढ रहे ऑनलाइन मॉर्ट और खुदरा दुकानदारों को लाभ कमाने का एक और मौका मिल गया है।
आखिर क्यों चीनी के दामों में आई तेजी
स्थानीय न्यूज एजेंसी के मुताबिक, पाकिस्तानी बाजार के व्यापारियों ने दावा किया है कि उनके देश से अनौपचारिक चैनलों के माध्यम से अफगानिस्तान में चीनी की तस्करी जारी है और इसके बाद बेरोकटोक जमाखोरी और अटकलें लगाई जा रही हैं।
वहीं,सरकार का कहना है कि पाकिस्तान (Pakistan)में चीनी की कीमतों में वृद्धि आश्चर्यजनक है, क्योंकि देश में चीनी का स्टॉक 22 लाख टन से ज्यादा है। ऐसे में चीनी की कीमतों में वृद्धि के पीछे तस्करी और जमाखोरी को माना जा रहा है। पाकिस्तान की कार्यवाहक सरकार का दावा है कि जल्द ही चीनी की बढ़ती कीमतों पर काबू पा लिया जाएगा।
देश में चीनी के दानों में बेतहाशा वृद्धि औऱ सरकार कर रही है चीनी निर्यात
वित्त वर्ष 2023 के दौरान पाकिस्तान का चीनी निर्यात 215,751 टन रहा। इससे पाकिस्तान को 104 मिलियन डॉलर की कमाई हुई। इसके एक साल पहले यानी वित्त वर्ष 2022 में पाकिस्तान ने चीनी के निर्यात को प्रतिबंधित किया हुआ था। सिर्फ जुलाई 2023 में पाकिस्तान ने 5,542 टन चीनी का निर्यात किया, इससे उसे 3.4 मिलियन डॉलर की कमाई हुई। वहीं, जुलाई 2022 के दौरान चीनी का निर्यात शून्य था। पाकिस्तान(Pakistan) सरकार ने पाकिस्तान शुगर मिल्स एसोसिएशन (पीएसएमए) के इस वादे के आधार पर जनवरी में 250,000 टन चीनी के निर्यात की अनुमति दी थी कि वित्त वर्ष 2022 के स्टॉक के लिए दरें 85-90 रुपये प्रति किलोग्राम से ऊपर नहीं बढ़ेंगी।
सिर्फ अगस्त में चीनी के दामों में 21 का इजाफा
स्थानीय अखबार के मुताबिक कराची होलसेलर्स ग्रॉसर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष रऊफ इब्राहिम ने कहा है कि कार्यवाहक सरकार स्पष्ट करे कि उसके आदेश का पालन कब किया जाएगा। क्योंकि 1 अगस्त से थोक चीनी की कीमतें 21 रुपये प्रति किलोग्राम बढ़ गई हैं।
यह भी पढ़ें-Pakistan में हाहाकार! 64 रुपये प्रति यूनिट हुआ बिजली बिल, आत्महत्या को मजबूर हुई जनता