रेटिंग: 3.5/5स्टार
डायरेक्टर: प्रकाश झा
एक्टर: बॉबी देओल, ईशा गुप्ता, चंदन रॉय सान्याल, त्रिधा चौधरी और अदिती पोहनकर
पिछले कुछ समय से फिल्मों से दूर लेकिन फिर ओटीटी में कदम रखने वाले वाले बॉबी देओल के हाथ एक ऐसा प्रोजेक्ट लगा, जिसने उनकी किस्मत को चमकाने का काम बखूबी किया था। हम बात कर रहे हैं ओटीटी की सबसे चर्चित वेब सीरीजों में से एक रही 'आश्रम' की। फिल्मकार प्रकाश झा के निर्देशन में साल 2020में रिलीज हुई इस सीरीज ने लोगों को भारत में धर्म के नाम पर चल रहे गौरख धंधों की असलियत कुछ इस तरह से दिखाई कि लोग इसके फैन हो गए। दो साल पहले रिलीज हुई इस वेब सीरीज 'आश्रम' की न केवल कहानी लोगों को के दिलों में बसी, बल्कि इसमें बॉबी देओल के अभिनय की भी जमकर तारीफ हुई थी।
इस वेब सीरीज की कामयाबी को देखते हुए मेकर्स ने उसी साल इसका दूसरा सीजन भी रिलीज किया था और अब एक बार फिर यह वेब सीरीज का तीसरा सीजन लोगों का मनोरंजन करने के लिए लौट रही है। फैंस के लिए बड़ी खुशखबरी सामने यह आ रही है कि ओटीटी प्लेटफार्म पर वेब सीरीज 'आश्रम सीजन 3' ने दस्तक दे दी है। इस वेब सीरीज में बॉबी देओल, ईशा गुप्ता, चंदन रॉय सान्याल, त्रिधा चौधरी और अदिती पोहनकर लीड रोल में नजर आएंगे। आश्रम के हर एक सीजन के साथ बाबा निराला का रसूख बड़ा है और यह सीजन भी कुछ ऐसा ही है। वेब सीरीज के डायरेक्टर प्रकाश झा ने कहानी में ईशा गुप्ता के नए किरदार के जरिये ट्विस्ट लाने की कोशिश की है और बाबा के भगवान बनने की कहानी को दिखाया है। इस तरह वह सीरीज में बांधने में कामयाब रहते हैं, लेकिन सीरीज की धीमी रफ्तार एक बार फिर तंग करती है।
आश्रम में बॉबी देओल ने बाबा निराला का किरदार निभाया है। यह बॉबी देओल के करियर की बेस्ट रोल में से एक है। उन्होंने इस किरदार को पूरी शिद्दत के साथ परदे पर जिया है। उन्होंने बाबा निराला के किरदार की बारीकियों को पकड़ा है और हर वह रस पैदा करने की कोशिश की है, जिसे उन्हें दिखाने का जिम्मा परदे पर सौंपा गया है। चंदन रॉय सान्याल भोपा स्वामी के किरदार में एकदम परफेक्ट हैं। ईशा गुप्ता, अदिती पोहनकर और त्रिधा चौधरी ने अपने किरदारो को ठीक-ठाक तरीके से निभाया है।
आश्रम सीजन 3की कहानी…
बाबा निराला लगातार अपना रसूख बड़ा रहा है। अब सत्ता भी पूरी तरह से उसके हाथ में है। लेकिन जो बात उसे सबसे ज्यादा तंग कर रही है, वो है पम्मी। वो पूरी कोशिशों के बावजूद भी पम्मी को अपने काबू में नहीं कर सका है। पम्मी को बाबा को तबाह करना है। वहीं आश्रम में सोनिया की एंट्री होती है, उसका काम अपने मतलब निकालते हुए बाबा को भगवान बना देना है। वहीं, मुख्यमंत्री को अपने हित साधने है। इस सबके केंद्र में बाबा निराला है। कहानी बहुत ही धीमी रफ्तार से चलती है और 10 एपिसोड में पम्मी का बदला कहीं नहीं पहुंचता है।अब इसके लिए अगले सीजन का इंतजार करना पड़ेगा। इस तरह वेब सीरीज की रफ्तार को बढ़ाया जा सकता था, और कहानी को किसी मुकाम पर पहुंचाया जा सकता था।