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Health Tips: कमजोर हो रही आंखों की रोशनी तो तुरंत करें ये चार उपाय, लौट आएगी तेज चमक

Courtesy Google

टीवी, मोबाइल, लैपटॉप- इन सबकी वजह से बढ़ता स्क्रीन टाइम खासतौर से आंखों की रोशनी पर असर डाल रहा है। स्क्रीन की ब्राइटनेस का असर आंखों की देखने की क्षमता पर असर डाल रहा है। नतीजा ये है कि बहुत कम उम्र में भी लोग चश्मा लगाने पर मजबूर हो रहे हैं। फिजिकल हेल्थ को बनाए रखने के लिए तो कई तरह के व्यायाम हैं। साथ ही कई बातों का ध्यान रखना भी जरूरी है। आंखों पर बहुत कम ध्यान दिया जाता है। 1 अप्रैल से प्रिवेंशन और ब्लाइंडनेस वीक शुरू हो रहा है। चलिए आपको बताते है कि किस तरह से हम अपनी आंखों का ख्याल रख सकते हैं?

बैलेंस डाइट लें- आंखों की हेल्थ के लिए कई तरह की डाइट को शामिल करना जरूरी है। मिक्स फ्रूट और सब्जियां, विशेष रूप से गहरी पीली और हरी पत्तेदार सब्जियां खाने से आंखों की हेल्थ अच्छी होती। ओमेगा 3 फैटी एसिड के लिए मछली, जैसे ट्यूना, सैल्मन और हलिबूट का सेवन करना चाहिए।

रेगुलर एक्सरसाइज करें- नियमित रूप से एक्सरसाइज करने से डायबिटीज, हाई बीपी और हाई कोलेस्ट्रॉल जैसी स्थितियों को रोकने में मदद मिल सकती है, ये सभी बीमारियां आंखों की समस्याएं पैदा कर सकती हैं जो आपकी दृष्टि को नुकसान पहुंचा सकती हैं।

सनग्लास लेते वक्त रखें इन बातों का ध्यान- ऐसी सन ग्लास का इस्तेमाल करना चाहिए जो यूवीए और यूवीबी जैसी हानिकारक किरणों को आपकी आंखों पर पड़ने से रोकते हैं। अपने कंप्यूटर स्क्रीन को अपनी आंखों से 20 से 24 इंच दूर रखने और चमक को कम करने के लिए ब्राइटनेस को बैलेंस कर लें।

अपनी आंखों को छूने से पहले अपने हाथ धो लें- यह सभी के लिए जरूरी है, लेकिन विशेष रूप से कॉन्टैक्ट लेंस पहनने वालों के लिए अपनी आंखों को छूने से पहले, आपको अपने हाथों को हल्के साबुन से धोना चाहिए और उन्हें एक लिंट-फ्री तौलिये से सुखाना चाहिए। ऐसा इसलिए है क्योंकि आपकी न चाहते हुए उंगलियों द्वारा आपकी आंखों में डाले गए कीटाणु और बैक्टीरिया आंखों में गुलाबी आंख जैसे संक्रमण का कारण बन सकते हैं।