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Viral video: अद्भुत बढ़ई शिल्प, पर्यावरण-अनुकूल wooden Treadmill

अपने ही बनाये लकड़ी की ट्रेडमिल का उपयोग करते हुए 54 वर्षीय ई.के. रवींद्रन

मानव प्रतिभा की कोई सीमा और उम्र नहीं होती। ये बात साबित की है केरल के एक बढ़ई 54 साल के ई.के. रवींद्रन ने,जिन्होंने पर्यावरण के अनुकूल लकड़ी के ट्रेडमिल का आविष्कार किया है। इस अनोखी मशीन का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।

वायनाड के रहने वाले, सुल्तान बाथरी के रवींद्रन द्वारा बनाए गए फिटनेस उपकरण को बिजली या बैटरी की आवश्यकता नहीं है।

मीडिया से बात करते हुए आविष्कारक ने कहा कि वह इस उपकरण को बनाने के लिए प्रेरित इसलिए हुए, क्योंकि वह पीठ दर्द से पीड़ित थे और नियमित आधार पर शारीरिक व्यायाम करने के इच्छुक थे, लेकिन जंगली और आवारा जानवरों के ख़तरे की वजह से बाहर टहलने नहीं जाना चाहते थे। उन्हें चार साल पहले अपने व्यक्तिगत उपयोग के लिए अपनी सोच को धरातल पर लाने और इस मशीन को डिजाइन करने के लिए मजबूर होना पड़ा।

रवींद्रन ने इसे और अधिक आरामदायक बनाने के लिए डिज़ाइन में बदलाव किया। मशीन के अधिकांश भाग लकड़ी के बने होते हैं और केवल दो भागों को खरीदने की आवश्यकता होती है – एक नायलॉन बेल्ट और बॉल बेयरिंग। कुल मिलाकर इसकी लागत 12,000 रुपये है और इसे असेंबल करने में तीन दिन लगते हैं।

जब से मशीन का वीडियो वायरल हुआ है, उनके पास इसे लेकर कई फोन आ रहे हैं।