दिल्ली में अब भी प्रदूषण से राहत नहीं मिली है, और अगले दो दिनों तक हवा की गुणवत्ता में कोई सुधार होने की उम्मीद नहीं है। इसके साथ ही अब प्रदूषण संबंधी बीमारियों के चलते मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। गुरुवार को वायु गुणवत्ता दिल्ली एनसीआ में 'बहुत खराब' श्रेणी में रही।
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वायु गुणवत्ता और मौसम पूर्वानुमान और अनुसंधान प्रणाली (सफर) के अनुसार गुरुवार सुबह दिल्ली की वायु गुणवत्ता सूचकांक 362रहा। वायु प्रदूषण के चलते दिल्ली सरकार ने सरकार ने अगले आदेश तक स्कूल तथा अन्य शैक्षणिक संस्थान बंद रखने और आवश्यक सेवाओं के अलावा, बाहर से आने वाले वाहनों के शहर में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है।
वायु प्रदूषण पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई से निर्देश के अनुसार, कुछ दिनों तक सिर्फ गैस से चलने वाली इंडस्ट्रीज ही चल सकेंगी, गैरनिर्धारित फ्यूल से चलने वाली सभी इंडस्ट्री बंद हो। फैक्ट्री और इंडस्ट्रीज वायु प्रदूषण को रोकने के लिए बनाए गए नियमों का पालन कर रही हैं या नहीं इसके लिए दिल्ली और NCR की राज्य सरकारें प्रभावी तंत्र का इस्तेमाल करें, उच्छ अधिकारियों की देखरेख में टीम गठित करें, ताकि प्रदूषण का उत्सर्जन करने वाली इंडस्ट्रीज पर कार्रवाई हो सके और उन्हें बैंद किया जा सके। इसके साथ ही कई और बड़े एक्शन लिए जा सकते हैं।
वायु प्रदूषण के चलते इसवक्त राजधानी दिल्ली में स्कूल, कॉलेज और शैक्षणिक संस्थान अगले आदेश तक बंद हैं और केवल ऑनलाइन शिक्षा की अनुमति होगी। आयोग ने निर्देश दिया है कि दिल्ली के 300किलोमीटर के दायरे में स्थित 11पावर प्लांट में से केवल पांच प्लांट ही 30नवंबर तक चालू रहेंगे।
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वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI)
फरीदाबाद में 350 AQI
गाजियाबाद में 368 AQI
ग्रेटर नोएडा में 358 AQI
गुरुग्राम में 354 AQI
नोएडा में 369 AQI रहा और वायु गुणवत्ता 'बहुत खराब' श्रेणी में रही