गुरुपर्व से पहले मोदी सरकार ने सिखों को बड़ी सौगत देते हुए आज से पाकिस्तान स्थित करतारपुर कॉरिडोर को खोल दिया है। इस फैसले से सिखों में काफी खुशी है। गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को कॉरिडोर को खोले जाने की घोषणा की थी। करतारपुर कॉरिडोर पाकिस्तान में स्थित सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव के अंतिम विश्राम स्थल गुरुद्वारा दरबार साबिह को पंजाब के गुरदासपुर जिले में डेरा बाबा नानक गुरुद्वारा से जोड़ता है।
अमित शान ने कहा कि यह फैसला गुरु नानक देव जी और सिख समुदाय के प्रति मोदी सरकार की अपार श्रद्धा को दर्शाता है। उन्होंने बताया कि देश 19 नवंबर को गुरु नानक देव का प्रकाश उत्सव मनाने की तैयारी कर रहा है और उन्हें विश्वास है कि यह कदम देश भर में खुशी और उत्साह को और बढ़ा देगा।
गृह मंत्रालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक, भारत सरकार ने इस यात्रा को कोरोना की स्थिति में सुधार को देखते हुए एक बार फिर से चालू करने का फैसला लिया है। इसके तहत हर दिन भारत के करीब 100-200 श्रद्धालु करतारपुर साहिब कॉरिडोर से पाकिस्तान पहुंच सकते हैं। भारत और पाकिस्तान दोनों ही ओर का प्रशासन दैनिक आधार पर तीर्थयात्रियों की सूची जांचेंगे। हालांकि, कॉरिडोर पर 19 नवंबर को ही सबसे ज्यादा श्रद्धालुओं के जुड़ने की उम्मीद है।
इस यात्रा को करने के लिए श्रद्धालुओं को कुछ नियमों का पालन करना होगा, सिर्फ वही लोग जा सकेंगे, जिन्होंने कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगवा ली हो। इसके साथ ही करतारपुर साहिब कॉरिडोर पर श्रद्धालुओं को तापमान चेक करवाने के साथ ही सैनिटाइजेशन प्रक्रिया से गुजरना पड़ेगा। मास्क लगाना और सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखना होगा, सभी श्रद्धालुओं को अपने निगेटिव RT-PCR रिपोर्ट रखना होगा, जो 72 घंटे से ज्यादा पुरानी नहीं होना चाहिए।