दिवाली के आते ही देश की राजधानी दिल्ली में प्रदूषण बढ़ जाता है और दिवाली के जाते ही यहां प्रदूषण इतना बढ़ जाता है कि लोगों को सांस तक लेने में परेशानी होती है। प्रदूषण के पीछे सबसे बड़े कारण पटाखें रहे हैं, जो बैन के बाद भी राजधानी समेत सभी शहरों में खूब आतिशबाजी की गई। राजधानी दिल्ली में इस वक्त जहरीली हवा हो गई है। कई इलाकों में AQI 533 पर पहुंच गया है जो बेहद ही खतरनाक है।
पटाखों पर बैन के बाद भी जमकर हुई आतिशबाजी
राजधानी में 1 जनवरी 2022 तक पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध के बावजूद साउथ दिल्ली के लाजपत नगर, उत्तरी दिल्ली के बुराड़ी, पश्चिमी दिल्ली के पश्चिम विहार और पूर्वी दिल्ली के शाहदरा में शाम 7 बजे से पटाखे जलाए जाने के मामले सामने आए। वहीं, गुरुग्राम और फरीदाबाद में उच्च-तीव्रता के पटाखे जलाए गए। हरियाणा सरकार ने भी दिल्ली से सटे क्षेत्रों समेत 14 जिलों में पटाखे की बिक्री और इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाया था।
विशेषज्ञों की माने तो उन्होंने पूर्वानुमान जताया है कि मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियों, पराली जलाने, पटाखे जलाए जाने और अन्य स्थानीय कारकों के चलते मध्यरात्रि तक दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स गंभीर की श्रेणी के करीब पहुंच सकता है। वहीं, भारतयी मौसम विज्ञान विभाग ने कहा है कि राजधानी में कोहरे के चलते सुबह के समय इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे और सफदरजंग हवाई अड्डे पर 600-800 मीटर के दायरे में कम दृश्यता रही।
एनसीआर के ज्यादातर इलाकों में प्रदूषण एक बार फिर अपने टॉप पर पहुंच गया है। फरीदाबाद, गाजियाबाद, गुरुग्राम और नोएडा में AQI 500 के पार पहुंच गया है, जोकि गंभीर श्रेणी में आता है। पूरी दिल्ली सुबह-सुबह गैस के चैंबर में तब्दील हुई नजर आई जिसके बाद यहां कई लोगों ने गले में खुजली और आंखों से पानी आने की शिकायत की है।