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फिर हिला अमृतसर, तीसरा धमाका, स्वर्ण मंदिर में भारी पुलिस बल तैनात, पांच गिरफ़्तार

अमृतसर की हेरिटेज स्ट्रीट में कम तीव्रता वाला तीसरा धमाका

आयुष गोयल

स्वर्ण मंदिर के निकट एक और कम तीव्रता के विस्फोट ने पवित्र शहर अमृतसर को हिलाकर रख दिया है। यह धमाका गुरु राम दास सराय इलाक़े के पास हेरिटेज कॉरिडोर में हुआ।

अमृतसर कमिश्नर के नेतृत्व में पुलिस की टीमें मौक़े पर पहुंच गयी थीं और फ़ॉरेंसिक टीमों को भी बुलाया गया था। बताया जा रहा है कि धमाका रात क़रीब एक बजे हुआ। इलाक़े की घेराबंदी कर दी गयी है। डीजीपी पंजाब गौरव यादव ने घंटों बाद ट्वीट किया कि विस्फ़ोट के मामलों को सुलझा लिया गया है और पांच को गिरफ़्तार कर लिया गया है। इस बारे में बाक़ी विवरण जल्द ही आने की उम्मीद है।

गिरफ़्तार किए गए संदिग्धों में गुरु राम दास सराय का एक नवविवाहित जोड़ा भी शामिल है। एक संदिग्ध ने सराय के बाथरूम से गलियारा की ओर विस्फोटक फेंका था।

वे सराय के कमरा नंबर 225 में ठहरे हुए थे। पुलिस ने इनके पास से दो बैग बरामद किए हैं। कुछ फटे हुए काग़ज़ भी बरामद हुए हैं। पुलिस सूत्रों ने कहा है कि गिरफ़्तार किए गए पांच लोगों में से कोई भी किसी ज्ञात आतंकवादी समूह का हिस्सा नहीं है।

इस बीच एसजीपीसी ने दावा किया कि उसके कर्मचारियों ने आरोपी का पता लगा लिया है। एसजीपीसी के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने कहा, ‘हम अमृतसर में गुरु रामदास जी निवास के पीछे गलियारा में कम तीव्रता के विस्फोट की कड़ी निंदा करते हैं। मैं एसजीपीसी के कर्मचारियों द्वारा अपराध घटित होने के कुछ घंटों के भीतर प्रौद्योगिकी का उपयोग कर आरोपी व्यक्तियों का पता लगाने के प्रयासों की सराहना करता हूं। एक सप्ताह के भीतर श्री दरबार साहिब के निकट विस्फोट की इस तीसरी घटना से पता चलता है कि सरकार ने इन घटनाओं को हल्के में लिया और आरोपी व्यक्तियों का पता लगाने में विफल रही है।”


पिछले चार दिनों में दरबार साहिब के पास यह तीसरा धमाका है। इससे पहले हेरिटेज स्ट्रीट में सारागढ़ी बहुमंज़िली पार्किंग के पास एक ही स्थान पर पहले शनिवार रात और फिर सोमवार सुबह दो विस्फोट हुए थे।
फ़ॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी मोहाली के अलावा एनआईए और एनएसजी की टीमों ने भी इलाक़े की छानबीन की थी।
डीजीपी पंजाब पुलिस ने घटनास्थल का दौरा किया था और बताया था कि विस्फोटों के लिए एक कच्चे उपकरण का इस्तेमाल किया गया था। इस तीसरे विस्फोट ने गंभीर चिंता पैदा कर दी है और क़ानून-व्यवस्था को चुनौती दे दी है।
ऑपरेशन ब्लू स्टार की बरसी से ठीक एक महीने पहले और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह की गिरफ़्तारी के बाद हुए इन तीन विस्फोटों ने यहां के लोगों, श्रद्धालुओं और पर्यटकों को दहशत में डाल दिया है। शहर पहले से ही हाई अलर्ट पर है और स्वर्ण मंदिर के पास बीएसएफ़ और आरएएफ तैनात हैं। सुरक्षा बढ़ा दी गयी है और शहर को कड़ी निगरानी में रखा गया है, जबकि क़ानून लागू करने वाली एजेंसियां विस्फोटों की जांच कर रही हैं। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि ये कम तीव्रता वाले विस्फोट थे, जिनमें बिना डेटोनेटर के आईईडी का इस्तेमाल किया गया था।
डीजीपी गौरव यादव ने कहा,”ये एजेंसियां विस्फोट की जांच में विशेषज्ञ हैं और हम हर चीज़ के साथ गहनता से काम करना चाहते हैं। स्थिति शांतिपूर्ण और नियंत्रण में है।” राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की एक टीम ने सोमवार को दूसरे विस्फोट स्थल का दौरा किया और निरीक्षण किया और मंगलवार को एनएसजी की एक विशेष टीम भी वहां पहुंची। पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ख़ुद जांच की अगुवाई कर रहे हैं। हालांकि, जांचकर्ता चुप्पी साधे हुए हैं, लेकिन सूत्रों ने ख़ुलासा किया है कि अमृतसर में हेरिटेज स्ट्रीट पर हुए दो विस्फोटों में इस्तेमाल किए गए विस्फोटक 250 एमएल के स्वास्थ्य पेय “हेल” के दो कैन में पैक किए गए थे।
दिलचस्प बात यह है कि यह एनर्जी ड्रिंक तब सुर्ख़ियों में आया था, जब मार्च में अमृतपाल की वही तस्वीर वायरल हुई थी, जिसमें उन्हें यह स्पष्ट करने के लिए उसे मजबूर किया गया था कि यह बीयर नहीं, बल्कि एक एनर्जी ड्रिंक है। जब डिब्बे गिरे या ऊंचाई से फेंके गए, तो उनमें विस्फोट हो गया। पहली घटना में पुलिस जांच के अनुसार, विस्फोटकों से भरा कैन, एक इमारत पर रखा हुआ प्रतीत होता था, जिसके साथ एक तार जुड़ा हुआ था, जिसे दीवार पर फेंका गया था। यह तब था, जब किसी ने जानबूझकर या अनजाने में तार खींचे थे, जिससे विस्फोट हो सकता था। दूसरी घटना में लगता है कि धमाका उस वक्त हुआ, जब कैन को ऊंचाई से फेंका गया। अब तक के विस्फोटों का उद्देश्य कुछ संकेक देना प्रतीत होता है, हालांकि किसी ने इसकी ज़िम्मेदारी नहीं ली है। पुलिस ने कहा कि विस्फोट का इरादा कुछ बताना था।
पहला धमाका 6 मई की रात स्वर्ण मंदिर के पास हेरिटेज स्ट्रीट पर हुआ था। उस विस्फोट में छह लोग घायल हो गए थे और इलाक़े की कुछ इमारतों के शीशे क्षतिग्रस्त हो गए थे। 8 मई की सुबह उसी सड़क पर हुए दूसरे कम तीव्रता के विस्फोट में एक और व्यक्ति घायल हो गया। तीसरा विस्फोट पंजाब पुलिस द्वारा शुरू किए गए बहुप्रतीक्षित विशेष सतर्कता अभियान के समापन की रात को हुआ।