अमेरिका की अपनी यात्रा के दौरान वाशिंगटन के रोनाल्ड रीगन सेंटर में भारतीय प्रवासियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 100 से अधिक पुरावशेषों को भारत वापस दिलाने का निर्णय लेने के लिए बाइडेन प्रशासन के प्रति आभार व्यक्त किया।
#WATCH | PM Narendra Modi tells the Indian diaspora, “I am happy that the American government has decided to return more than 100 antiquities of India that were stolen from us. These antiquities had reached the international markets. I express my gratitude to the American… pic.twitter.com/2CLumxex3Y
— ANI (@ANI) June 24, 2023
पीएम नरेंद्र मोदी ने प्रवासी भारतीयों से कहा, ”मुझे खुशी है कि अमेरिकी सरकार ने भारत की 100 से अधिक प्राचीन वस्तुएं वापस करने का फैसला किया है जो हमसे चुराई गई थीं। ये पुरावशेष अंतर्राष्ट्रीय बाज़ारों तक पहुँच गए थे। मैं अमेरिकी के प्रति अपना आभार व्यक्त करता हूं… pic.twitter.com/2CLumxex3Y
अपने भाषण में इस बिंदु पर प्रकाश डालते हुए पीएम ने कहा, “मैं इस भाव के लिए अमेरिकी सरकार को विशेष धन्यवाद देता हूं।” और कहा कि इससे यह भी पता चलता है कि नई दिल्ली और वाशिंगटन के बीच संबंध व्यापार-केंद्रित नहीं, बल्कि भावनात्मक भी हैं।
यह बताते हुए कि कैसे अन्य देशों से भारतीय पुरावशेषों की लगातार वापसी हो रही है, पीएम ने कहा: “जब मैं पिछली बार अमेरिका आया था, तो बहुत सारी पुरानी पुरावशेष भारत लौट आये थे। मैं दुनिया में जहां भी जाता हूं, वहां की सरकार जो भारत का होता है, उसे लौटा देती है। वे मुझे एक ऐसे उचित व्यक्ति के रूप में देखते हैं, जिस पर भरोसा किया जा सकता है। वे भारतीय पुरावशेष यह सोचकर लौटा देते हैं कि वह उन्हें वापस सही स्थान पर रख दिया जायेगा।”
अतीत में भी अमेरिका ने सांस्कृतिक वस्तुओं सहित भारतीय मूल की पुरावशेषों को भारत को लौटाया था।