यूपी में योगी आदित्यनाथ की सरकार के डर से गुंडा और बदमाशों में खलबली मची हुई है। पुलिस के डर से बदमाश सरेंडर कर रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी ने कैराना का दौरा किया और मंच से अपराधियों द्वारा मारे गए व्यापारियों के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें इंसाफ का भरोसा दिया था। इसके बाद कैराना का खौफ कहा जाने वाला कुख्यात बदमाश फुरकान अपनी जमानत तुड़वाकर जेल चला गया है।
दरअसल, अगस्त 2014 में कैराना में सरेबाजार व्यापारी विनोद सिंघल की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. हत्या का आरोप कैराना के रहने वाले फुरकान पर लगा था। फुरकान पर लूट, हत्या, रंगदारी के करीब डेढ़ दर्जन से अधिक मुकदमें दर्ज बताए गए हैं। व्यापारी विनोद की हत्या के बाद फरारी काट रहे फुरकान को ह्यकैराना का खौफह्ण कहा जाने लगा था। कुछ समय बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, लेकिन इसके बाद वह जमानत पर छूटकर जेल से बाहर आ गया था। बताया जाता है कि जेल से निकलने के बाद फुरकान ने फिर से व्यापारियों से रंगदारी मांगकर अपनी दहशत फैला दी थी। इसके चलते डीजीपी द्वारा फुरकान पर 50 हजार रूपए का ईनाम घोषित किया गया था।
बताया जा रहा है कि फुरकान यूपी में भाजपा सरकार बनने के बाद शामली में हुए पहले एनकाउंटर में घायल हो गया था। यह मुठभेड़ तत्कालीन एसपी अजयपाल शर्मा के नेतृत्व में हुई थी जिसमें पुलिस के साथ उसकी मुठभेड़ हुई थी, जिसमें गुंबद मोहल्ला निवासी कुख्यात फुरकान घायल हो गया था। उस मुठभेड़ में दो पुलिसकर्मी भी घायल हो गए थे। गौरतलब है कि आठ अक्टूबर को कैराना पहुंचे सीएम योगी ने कहा था कि पिछले साढ़े चार साल में हमने इस तरह का माहौल बना दिया, जिससे अपराधी सिर उठाकर चलने के लायक भी नहीं रह गया है। जिसने भी व्यापारियों या निर्दोष लोगों पर गोली चलाई उसकी छाती में गोली मारकर दूसरे लोक की यात्रा करा दी। उन्होंने चेताया था कि यूपी में किसी ने दंगा किया तो दंगाइयों की आने वाली पीढ़ियां भुगतेंगी।