कोरोना ने फिर से कहर मचा दिया है। यूरोप के कई देशों में लॉकडाउन जैसे हालात हैं। बाजार, होटल सब बंद पड़े हैं। ऐसे में दुनिया पर फिर एक लॉकडाउन का खतरा मंडराने लगा है। रिपोर्ट के अनुसार, यूरोपीय के कई देशों में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में तेज वृद्धि हो रही है। जिसके बाद सरकार ने सख्त पाबंदियां लगा दी है। ऑस्ट्रिया की राजधानी वियना में बार बंद हैं, वहीं दूसरी ओर जर्मनी के म्यूनिख शहर में क्रिसमस बाजार सूने पड़े हैं। इस बीच ब्रिटेन की राजधानी लंदन में हालात अपेक्षाकृत काफी बेहतर हैं। यूरोप में बढ़ती पाबंदियों के बीच भारत में भी लोग कोरोना की अगली लहर की आशंका से परेशान हैं।
दूसरी ओर नीदरलैंड, बेल्जियम, जर्मनी, ऑस्ट्रिया और चेक गणराज्य समेत कई देशों में संक्रमण के मामलों में वृद्धि के चलते अस्पतालों को संघर्ष करते देखा जा रहा है। मामलों में वृद्धि के कारण इन देशों में लॉकडाउन और पाबंदियां लागू की गई हैं। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने आगाह किया है कि यूरोप में पूरब से चली लहर ब्रिटेन में क्रिसमस के रंग को फीका कर सकती है।
भारत में ताजा आंकड़ें देखें तो 26 नवंबर की शाम तक देश में कोरोना के कुल 1.10 लाख (1,10,133) एक्टिव मामले हैं। इनमें से करीब 9 हजार (8,944) मामले सीरियस हैं। आंकड़ों पर नजर डालें तो ब्रिटेन, रूस, जर्मनी, ब्राजील के मुकाबले भारत में कोरोना के मामले बहुत ही कम हैं। अमेरिका की तुलना में तो भारत में कोरोना के एक्टिव मामले बहुत ही मामूली हैं। देश में वैक्सीनेशन की रफ्तार भी काफी तेज हुई है।
भारत सरकार ने फिलहाल लॉकडाउन या पाबंदियों को लेकर कोई फैसला नहीं लिया है और न ही ऐसी कोई गाइडलाइन्स जारी की है। हालांकि सरकार ने इंटरनेशनल यात्राओं को लेकर सतर्क जरूर किया है। खासकर दक्षिण अफ्रीका जैसे देशों की यात्रा को लेकर। एक्सपर्ट्स का कहना है कि हमें सावधान रहने की जरूरत है।