देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमीक्रॉन का पहला केस मिलने से हड़कंप मच गया है। 12 लोगों के सैंपल जीनोम सिक्वेसिंग के लिए भेजे गए थे, जिसमें से 1 शख्स ओमीक्रॉन से संक्रमित पाया गया है। ये सभी 12 लोग विदेश से लौटे थे। दिल्ली में पाए गए ओमीक्रॉन के 1 केस को मिलाकर देश में अब तक कोरोना के नए वैरिएंट के 5 केस पाए जा चुके हैं। जानकारी के मुताबिक ओमीक्रॉन से संक्रमित व्यक्ति के लक्षण डेल्टा वेरिएंट से अलग और हल्के हैं।
दक्षिण अफ्रीकी मेडिकल एसोसिएशन की अध्यक्ष एंजेलिक कोएट्जी का कहना है कि ओमीक्रॉन में अधिकतर थकान की शिकायतें मिल रही है। रिपोर्ट के मुताबिक, ओमीक्रॉन से संक्रमित मरीजों के शरीर में दर्द और पीड़ा होने की शिकायत है। कुछ को काफी तेज सिरदर्द और थकान हो रही है। किसी मरीज में गंध और स्वाद चले जाने, नाक बंद होने या तेज बुखार की शिकायत नहीं देखी गई है, यानी डेल्टा वेरिएंट से इसके लक्षण हल्के और अलग हैं। एंजेलिक कोएट्जी पहली अधिकारी थीं, जिन्होंने कोरोना वायरस के नए ओमीक्रॉन वेरिएंट के बारे में दक्षिण अफ्रीकी सरकार को अलर्ट किया था।
कोएट्जी का कहना है कि अब तक की समझ के अनुसार ओमीक्रॉन आरटी-पीसीआर जांच में पकड़ में आता है। आपको बता दें कि कोरोना वायरस के ओमीक्रोन वेरिएंट को देखते हुए रॉशे की नई सहायक कंपनी टीआईबी मोलबिओल ने तीन नई टेस्ट किट विकसित की है। इसी हफ्ते अमेरिकी फर्म थर्मो फिशर साइंटिफिक इंक ने भी टैकपाथ परीक्षण की सिफारिश की है. कंपनी का दावा है कि यह एकमात्र कोविड टेस्टिंग है जो अमेरिकी फूड एंड ड्रग्स एडमिनिस्ट्रेशन द्वारा अधिकृत है और इससे ओमिक्रॉन वेरिएंट से होने वाले संक्रमण का पता लगाया जा सकता है।