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‘अब लाशें नहीं गिननी’, Omicron के खौफ में हत्यारा बना डॉक्टर, पत्नी और 2 बच्चों को मार डाला

'अब लाशें नहीं गिननी'

कोरोना के डर से एक डॉक्टर ने अपनी पत्नी और दो बच्चों को बेरहमी से मार डाला। घटना यूपी के कानपुर की है। डॉक्टर का नाम सुशील कुमार है। पुलिस के मुताबिक, घर में पत्नी, बेटे और बेटी की लाश मिली। डॉक्टर ने बॉडी के पास एक नोट भी छोड़ा। जिसमें डॉक्टर ने हत्या की वजह कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन को बताया है। इसमें लिखा है- 'अब लाशें नहीं गिननी है।' 
 
डिप्रेशन का शिकार था डॉक्टर 
 
पुलिस ने शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। घटना स्थल से मिले नोट की वजह से कहा जा रहा है कि उसने यह कदम कोरोना के डिप्रेशन और ओमिक्रॉन की दहशत की वजह से उठाया है। हालांकि, उसके जुड़वा भाई सुनील के मुताबिक, डॉ। सुशील कुछ समय से डिप्रेशन में थे। ये फैमली इंदिरा नगर में डिविनिटी आपर्टमेंट में रहते थे। डॉक्टर सुशील कुमार ने अपने भाई को मैसेज भेजा कि मैंने डिप्रेशन में आकर पत्नी और दोनों बच्चों की हत्या कर दी है। मैसेज पढ़ने के बाद सुनील उनके घर पहुंचे। दरवाजा अंदर से बंद था। दरवाजा तुड़वाया गया। अंदर पहुंचे तो उन्हें चंद्रप्रभा, शिखर और खुशी की लाशें मिलीं। पुलिस के मुताबिक, डॉक्टर ने पहले पत्नी के सिर पर किसी भारी चीज से वार किया। डॉक्टर सुशील और सुनील दोनों जुड़वा भाई हैं।
 
अब और लाशें नहीं गिननी
 
डॉक्टर सुशील ने अपने नोट में लिखा कि वो एक लाइलाज बीमारी से ग्रस्त हो गया है। डॉक्टर ने आगे लिखा कि अब और कोविड नहीं, ये कोविड ओमिक्रॉन अब सभी को मार डालेगा। अब और लाशें नहीं गिननी हैं। अपनी लापरवाही के चलते करियर के उस मुकाम पर फंस गया हूं, जहां से निकलना असंभव हैं। मेरा कोई भविष्य नहीं है। मैं अपने होश-ओ-हवास में अपने परिवार को खत्म करके खुद को खत्म कर रहा हूं। इसका जिम्मेदार और कोई नहीं। सुशील ने कानपुर के रामा मेडिकल कॉलेज के फॉरेंसिक विभाग में एचओडी है। उन्होंने कानपुर मेडिकल कॉलेज से पढ़ाई की है। 15 साल पहले उन्होंने GSVM से MBBS किया। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डीएन त्रिपाठी ने बताया 2 दिन पहले ही सुशील से उनकी मुलाकात हुई थी।