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उत्तर प्रदेश पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया Gangster Anil Dujana, क्या है एनकाउंटर का पूरा सच?

कुख्यात अपराधी अनिल दुजाना (Anil Dujana)

बादलपुर के दुजाना गांव के कुख्यात अपराधी अनिल दुजाना (Anil Dujana) मेरठ मे यूपी एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में ढेर हुआ। बताया जा रहा है कि गैंगस्टर का यूपी एसटीएफ ने मुठभेड़ में एनकाउंटर किया है। अनिल दुजाना ग्रेटर नोएडा के बादलपुर थाना क्षेत्र का गैंगस्टर था। दिल्ली और यूपी पुलिस लगातार इस कुख्यात अपराधी की तलाश कर रही थी। स्पेशल डीजी व ADG लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि अनिल दुजाना (Anil Dujana) कार से अपने साथियों से मिलने जा रहा था। इस दौरान मुखबिर की सूचना पर बागपत से मुजफ्फरनगर के रास्ते एसटीएफ टीम के साथ उसका आमना-सामना हुआ तो उसने अपना रास्ता बदल लिया। इसके बाद गाड़ी टकरा गयी और टीम पर फ़ायरिंग करने लगा। प्रशांत कुमार के मुताबिक़, उसकी (Anil Dujana) तरफ़ से 15 से 20 राउंड फायरिंग की गई। जवाबी कार्रवाई में अनिल दुजाना के गोली लगी जिससे उसकी मौत हो गयी।प्रशांत कुमार ने बताया कि इस कुख्यात बदमाश की पुलिस मुख्यालय और शासन स्तर से मॉनिटरिंग की जा रही थी। जेल से छूटने के बाद भी इसके द्वारा एक परिवार को धमकी दी जा रही थी।

उसके (Anil Dujana) पास एक 32 MM पिस्टल, एक 30 MM की पिस्टल, एक 15 बोर का तमंचा और भारी मात्रा में कारतूस बरामद हुए है। उस पर रासुका और गैंगस्टर एक्ट भी लग चुका था। गैंगस्टर सुंदर भाटी पर वह एके-47 से हमले का आरोपी था।बता दें, कुख्यात अपराधी अनिल दुजाना पर 18 मर्डर समेत रंगदारी, लूटपाट, जमीन पर कब्जा, कब्जा छुड़वाना और आर्म्स एक्ट समेत 62 केस दर्ज हैं। उस पर रासुका और गैंगस्टर एक्ट भी लग चुका है। गैंगस्टर सुंदर भाटी पर एके-47 से हमले का आरोपी है। जानकारी के मुताबिक, वह 2012 से जेल में था और जनवरी 2021 में बेल पर आया। इसके बाद दुबारा जेल जाने के बाद करीब एक सप्ताह पहले वह जेल से रिहा हुआ था। जेल से रिहा होते ही उसने गौतमबुद्ध नगर में अपने खिलाफ गवाही दे रहे लोगों को धमकियां दी थीं।

दिल्ली के नंद नगरी के कारोबारी से  मांगी थी 50 लाख की रंगदारी

वहीं, इस पर बुलंदशहर पुलिस ने 25 हजार और नोएडा पुलिस ने 50 हजार का इनाम रखा था। इसके अलावा गैंगस्टर के खिलाफ दिल्ली में भी आर्म्स एक्ट का केस दर्ज था जिसकी वजह से दिल्ली पुलिस उसकी तलाश में जुटी थी।दुजाना के गुर्गों ने जनवरी 2019 को दिल्ली के नंद नगरी के कारोबारी से 50 लाख की रंगदारी मांगी थी। वह 9 साल बाद जनवरी 2021 में जमानत पर बाहर आया था। 16 अक्टूबर 2021 में सिकंदराबाद के एक कारोबारी से उसने एक करोड़ की रंगदारी मांगी थी। खेड़ी गांव के प्रधान जयचंद हत्याकांड में गवाह उनकी पत्नी को भी धमकाया था। वह दोनों केसों में वॉन्टेड चल रहा था।

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