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IAF ने रचा अनोखा इतिहास, पिता के साथ पुत्री ने उड़ाया फाइटर जेट, जानिए कौन है बाप-बेटी की यह जोड़ी!

पिता और बेटी ने उड़ाया फाइटर जेट

भारतीय वायुसेना में ऐसा अद्भुत नजारा पहले कभी देखने को नहीं मिला है। दरअसल, मंगलवार को एक ऐसी तस्वीर सामने आई है जिसकी चर्चा पूरे देश में हो रही है। इस फोटो को देख और उसके बारे में जानकर आपको भी गर्व होगा। एक पिता और पुत्री की जोड़ी अपनी खास उपलब्धि के लिए चर्चा में है। जी हां, भारतीय वायुसेना के इतिहास में बार ऐसा कुछ हुआ है जब एक बेटी ने अपने पिता के साथ फाइटर जेट उड़ाया है। ऐसे में अब पिता समय शर्मा और बेटी अनन्या शर्मा की चर्चा पूरे देशभर में जोरो-शोरों से हो रही है। अनन्या शर्मा IAF में फ्लाइंग ऑफिसर हैं। अनन्या के इस कदम से उनके पिता संजय शर्मा भी गर्व से लबरेज हैं। तो आइये आपको बताते हैं इस गर्व के पल के बारे में विस्तार से।

पिता-बेटी ने रच दिया इतिहास

बता दें कि अनन्या शर्मा अपने पिता के साथ फाइटर जेट उड़ाने वाली पहली महिला भारतीय पायलट बन गई हैं।इस बेटी और पिता की जोड़ी ने भारतीय वायुसेना का हॉक-132एयरक्राफ्ट उड़ाकर इतिहास रच दिया है। अनन्या ने जब होश संभाला तो उन्होंने खुद को भारतीय वायु सेना के अधिकारियों और कर्मचारियों के बीच पाया। उन्होंने अपने पिता से प्रेरणा लेते हुए ठान लिया कि वो भी एक दिन भारतीय वायु सेना का हिस्सा बनेंगी और फाइटर जेट उड़ाएंगी। कोई अन्य पेशा नहीं था जिसकी वह कल्पना कर सकती थीं।

IAF की पहली महिला फाइटर पायलट

2016में IAF की पहली महिला फाइटर पायलट के रूप में सेवा में आने के बाद, अनन्या ने देखा कि उनका आजीवन सपना अब एक संभावना है। इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्यूनिकेशंस में बीटेक पूरा करने के बाद उन्हें भारतीय वायुसेना की फ्लाइंग ब्रांच की ट्रेनिंग के लिए चुना गया।

उन्हें दिसंबर 2021 में एक फाइटर पायलट के रूप में कमीशन दिया गया था। अनन्या के पिता एयर कमोडोर संजय शर्मा को 1989 में IAF के फाइटर स्ट्रीम में कमीशन किया गया था। उन्हें फ्रंटलाइन फाइटर स्टेशन के रूप में लड़ाकू अभियानों का व्यापक अनुभव है, साथ ही साथ उन्होंने एक मिग -21 स्क्वाड्रन की भी कमान संभाली है। पिता-पुत्री की जोड़ी ने 30 मई 2022 को इतिहास रच दिया, जब उन्होंने वायु सेना स्टेशन बीदर में हॉक-132 विमान के समान फॉर्मेशन में उड़ान भरी।