पाकिस्तान और चीन (China-Pakistan )युद्धाभ्यास कर रहे हैं। पाकिस्तान एयर फोर्स ने मंगलवार को कहा कि चीन-पाकिस्तान (China-Pakistan ) का संयुक्त वार्षिक हवाई अभ्यास शाहीन-एक्स उत्तर पश्चिमी चीनी शहरों जिउक्वान और यिनचुआन में शुरू हो गया है, जिसमें उसके प्रमुख लड़ाकू विमान जे-10 सी और जेएफ-17 शामिल हैं। इसमें हवाई और जमीनी दल साथ में भाग ले रहे हैं। चीन और पाकिस्तान की एयरफोर्स 2011 से शाहीन संयुक्त अभ्यास करती आ रही हैं, जिसकी मेजबानी चीन और पाकिस्तान दोनों अपनी-अपनी बारी पर करते रहते हैं।
दोनों देश (China-Pakistan ) भारत के विरोधी हैं, जिसके कारण वह एक दूसरे के करीब रहते हैं। दोनों देशों का कोई भी युद्धाभ्यास भारत के खिलाफ टू फ्रंट वॉर की तैयारी के तौर पर होता है। पाकिस्तानी एयरफोर्स ने कहा कि इस अभ्यास का उद्देश्य क्षेत्र में रणनीतिक सहयोगियों के बीच हवाई युद्ध की तैयारी और तालमेल को बढ़ाना है। चीन को हमेशा पाकिस्तान अपना आयरन ब्रदर कहता है। चीन पाकिस्तान को हथियारों की सप्लाई करता रहता है।
China and Pak preparing for a two-front war with India? Yup.
Last version of Shaheen was in GB. https://t.co/tCDyybcxoy
— Wajahat S. Khan (@WajSKhan) September 6, 2023
भारत भी कर रहा युद्धाभ्यास
भारतीय वायुसेना ने सोमवार को अपना सालाना मेगा प्रशिक्षण अभ्यास त्रिशूल शुरू किया। इस युद्धाभ्यास में भारत अपनी पश्चिमी वायु कमान (WAC) के सभी लड़ाकू संपत्तियों को कश्मीर के लेह से राजस्थान के नाल तक एक्टिव करेगा। अधिकारियों के मुताबिक यह आंतरिक अभ्यास 4 से 14 सितंबर तक आयोजित किया जा रहा है और कमांड के तहत सभी फ्रंटलाइन संपत्तियों जैसे फाइट जेट, परिवहन विमान और हेलीकॉप्टर तैनात किए जाएंगे।
जी-20 के दौरान हो रही तैयारी
भारत हमेशा से टू-फ्रंट वॉर के लिए तैयारी करता रहा है। यह मान कर चला जाता है कि युद्ध की स्थिति में चीन और पाकिस्तान दोनों ही एक बड़ा खतरा बन सकते हैं। भारत के इस अभ्यास का उद्देश्य कमांड की परिचालन तैयारियों का परीक्षण करना है। भारत भी यह युद्धाभ्यास तब कर रहा है, जब जी-20 शिखर सम्मेलन हो रहा है।
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