दक्षिण-पूर्व और इससे सटे पूर्वी मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवाती तूफान 'असानी' (Asani Cyclone) एक भीषण चक्रवाती तूफान में बदल गया है। दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवाती तूफान लगभग उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़कर एक गंभीर चक्रवाती तूफान बदल गया और शाम 5:30 बजे दक्षिण पूर्व और उससे सटे पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी में केंद्रित हो गया। इस बात की जानकारी भारतीय मौसम विज्ञान विभाग IMD) की ओर से दी गई है। इसके साथ ही यह भी कहा गया है कि, अगले 24 घंटे काफी भारी गुजरने वाले हैं।
मौसम विभाग ने कहा, 10 मई को 'असानी' के उत्तर आंध्र-ओडिशा तटों से पश्चिम-मध्य और उससे सटे उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में पहुंचने पर, उत्तर-पूर्व की ओर मुड़ने और ओडिशा तट से उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी की ओर बढ़ने की संभावना है। इसके आगे उन्होंने कहा कि, इसके बाद गंभी चक्रवाती तूफैन के बुधवार को भयानक चक्रवाती तूफान में बदलने और गुरुवार तक गहरे दबाव में बदलने की संभावना है। आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि चक्रवात पूर्वी तट के समानांतर चलेगा और मंगलवार शाम से बारिश होने का कारण बनेगा।
cyclonic storm ‘Asani’ intensified into a severe cyclonic storm at 1730 hours IST of today, the 8th May,over Southeast BoB, about 610 km northwest of Car Nicobar (Nicobar Islands).To move NW till 10th May night & reach Westcentral NW BoB off North Andhra Pradesh & Odisha coast pic.twitter.com/UZK31fLcxJ
— India Meteorological Department (@Indiametdept) May 8, 2022
वहीं, ओडिशा सरकार अलर्ट मोड पर आ गई है और बचान अभियान के लिए पर्याप्त व्यवस्था कर ली है। ओडिशा के विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) पीके जेना ने कहा कि, हमें राज्य में कोई बड़ा खतरा दिखाई नहीं दे रहा है, क्योंकि यह पुरी के पास तट से करीब 100 किलोमीटर दूर से गुजर जाएगा। हालांकि, राष्ट्रीय आपदा प्रक्रिया बल (NDRF), ओडिशा आपदा त्वरित कार्रवाई बल (ODRAF) और दमकल सेवाओं के बचाव दल किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं।
वहीं, कोलकाता के महापौर फिरहाद हाकिम ने कहा है कि, मौसम विभाग की चेतावनी के बाद आपका प्रबंधन दलों को सतर्क कर दिया गया है। मई 2020 में अम्फान चक्रवात के विनाशकारी प्रभावों से सबक लेते हुए, नगर निगम प्रशासन गिरे हुए पेड़ों और अन्य मलबे के कारण होने वाली रुकावटों को दूर करने के लिए क्रेन, विद्युत आरी और बुल्डोजर (अर्थमूवर) को सतर्क रखने जैसे सभी उपाय कर रहा है। इसके साथ ही मौसम विभाग ने मछुआरों को सलाह दी है कि वे मंगलवार से अगली सूचना तक समुद्र और पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटों पर न जाएं।