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पाक के नए नवेले पीएम शहबाज शरीफ ने अलापा कश्मीर तो भारत ने दाग दी ब्राह्मोस, जनरल बाजवा के छूटे पसीने, चीन हुआ बेचैन

Brahmos देख पाकिस्तान के छूटे पसीने

पाकिस्तान के नए नवेले पीएम शहबाज शरीफ ने पीएम मोदी को चिट्ठी तो लिखी लेकिन उसमें कश्मीर का राग भी अलाप भी दिया। पाकिस्तान में चर्चा चल ही रही थी कि मोदी चिट्ठी का जवाब देंगे या नहीं देंगे, कि इसी बीच मोदी ने चिट्ठी का जवाब देने से पहले ही सुपर सोनिक क्रूज मिसाइल दाग दी। खास बात यह कि यह मिसाइल नौसेना और वायुसेना के कॉर्डिनेशन से दागी गई। ब्राह्मोस की दागते ही पाकिस्तान में खौफनाक सन्नाटा और चीन में बेचैनी बढ़ गई है। पाकिस्तान में तो खौफ इतना है कि नौ दिन तक शहबाज शरीफ से मिलने नहीं पहुंचे पाक आर्मी चीफ मंगलवार को दौड़े-दौड़े शहबाज शरीफ के पास पहुंच गए। कहा जाता है कि दोनों ने पाकिस्तान की सुरक्षा तैयारियों पर चर्चा की। मतलब यह कि भारत की ब्राह्मोस देख कर पाकिस्तान की सिविल और मिलिट्री कवायद कश्मीर छोड़ मुल्क की हिफाजत की तैयारियों में जुट गया है।   

ध्यान रहे, भारतीय वायु सेना  ने अपनी उन्नत तैयारियों का प्रदर्शन करते हुए मंगलवार को पूर्वी समुद्र तट पर सुखोई लड़ाकू विमान से ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण किया। वायु सेना ने कहा कि मिसाइल का परीक्षण भारतीय नौसेना के साथ निकट कोऑर्डिनेशन में किया गया। अधिकारियों ने कहा कि मिसाइल ने सटीकता के साथ लक्ष्य पर निशाना साधा।

वायु सेना ने एक ट्वीट में कहा, ‘पूर्वी समुद्री तट पर वायु सेना ने सुखोई 30 एमकेआई विमान से ब्रह्मोस मिसाइल का परीक्षण किया। मिसाइल ने लक्ष्य के तहत भारतीय नौसेना के सेवामुक्त हो चुके जहाज पर सीधा प्रहार किया। भारतीय नौसेना के साथ निकट कोऑर्डिनेशन को में यह परीक्षण हुआ।’ उधर एक उन्नत मॉड्यूलर लॉन्चर से आईएनएस दिल्ली की ओर से पहली ब्रह्मोस मिसाइल की फायरिंग की गई, जो सफल रही। इस फायरिंग ने एक बार फिर फ्रंटलाइन प्लेटफॉर्म से एकीकृत नेटवर्क-केंद्रित संचालन के सत्यापन के साथ-साथ ब्रह्मोस की लंबी दूरी की स्ट्राइक क्षमता का प्रदर्शन किया।

सरकार ने 2016 में ब्रह्मोस के हवा से मार करने में सक्षम संस्करण को 40 से अधिक सुखोई लड़ाकू विमानों में जोड़ने का निर्णय किया था। इस परियोजना की कल्पना समुद्र या जमीन पर किसी भी लक्ष्य पर बड़े ‘स्टैंड-ऑफ रेंज’ से हमला करने की भारतीय वायुसेना की क्षमता को बढ़ाने के लिए की गई थी।

भारत के इस  परीक्षण से पाकिस्तान के ताजिए तो एक बार ठण्डे पड़ते दिखाई दे रहे हैं तो वहीं चीन की एलएसी पर टावर बनाए जाने पर सफाई सामने आई है। चीन के मिलिट्री नेतृत्व ने कहा है कि सीमा पर उकसावे की कोई कार्यवाही नहीं की जाएगी। चीन भारत से सौहाद्रपूर्ण संबंध चाहते है।