दुनिया के सामने पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर की राग अलापता रहता है लेकिन, असल में घाटी में आतंकवाद की जड़ वही है। पाकिस्तान यहां पर भारत को उलझा कर रखने की लगातार कोशिश करता है। ताकी देश में अस्थिरता फैले और अर्थव्यव्था पर असर पड़े। लेकिन पिछले कुछ वर्षों से भारतीय सेना यहां पर सफाई अभियान के तहत आतंकवादियों को खोज-खोज कर जहन्नुम पहुंचा रही है। अब एक बार फिर से पाकिस्तान ने अपनी बुरी नजर घाटी में लगानी शुरू कर दी है। जिसमें भारतीय सुरक्षाबलों ने जम्मू-कश्मीर के शोपियां में आतंकियों संग हुई मुठभेड़ में दो आतंकियों को मार गिराया है।
सुरक्षाबलों ने जिन दोनों आतंकियों को जहन्नुम पहुंचाया है वो दोनों ही लश्कर-ए-तैयबा के खुंखार आतंकवादी थे। हालांकि, इस मुठभेड़ में एक आम नागरिक की भी मौत हो गई। शोपियां के अमशीपोरा गांव में आतंकियों की मौजूदगी के बारे में मिली खुफिया जानकारी के आधार पर सुरक्षाबलों ने गुरुवार रात संयुक्त घेराबंदी की और तलाशी अभियान चलाया। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार अभियान के दौरान कई घरों की घेराबंदी कर इलाके में छिपे आतंकियों का पता लगाने के लिए तलाशी शुरू हो गई। अधिकारियों के अनुसार, संदिग्ध जगह के आसपास फंसे नागरिकों को सुरक्षित निकालने के दौरान पास के एक घर में छिपे दो आतंकियों ने बाहर आकर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। उन्होंने बताया कि आतंकियों की गोलीबारी में अमशीपोरा निवासी शकील अहमद गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें फौरन चिकित्सकीय मदद के लिए ले जाया गया, लेकिन वह बच नहीं पाए।
आतंकियों की गोलीबारी का मुंहतोड़ जवाब देते हुए भारतीय सेना ने दोनों आथंकियों को मार गिराया। अधिकारियों के मुताबिक, मारे गए आतंकियों की पहचान मुजम्मिल अहमद मीर और शरीक अय्यूब के रूप में हुई है तथा दोनों क्रमश: शोपियां के छतरीपोरा और बोनपोरा के रहने वाले थे। पुलिस के रिकॉर्ड में ये दोनों आतंकी प्रतिबंधित संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े हुए थे और वे कई आतंकी वारदातों में शामिल थे। इन आतंकियों के पास से आपत्तिजनक सामग्री, हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया है, जिसमें एक एके-56 राइफल, एक चीनी पिस्तौल और 26 राउंड गोलियां आदि शामिल हैं।