New Cds Lt Gen Anil Chauhan: भारत सरकार ने लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) अनिल चौहान को अगला चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) बना दिया है। पिछले साल बिपिन रावत की एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में निधन के बाद ये पद खाली था। नए सीडीएस अनिल चौहान (New Cds Lt Gen Anil Chauhan) वो हैं जो चीन की रग-रग से वाकिफ हैं, उन्हें चीन के मामलों में एक्सपर्ट माना जाता है। चीन के साथ पाकिस्तान के लिए भी नए सीडीएस किसी मौत से कम नहीं है। भारत सरकार द्वारा अनिल चौहान को नया सीडीएस नियुक्त किये जाने के बाद से पाकिस्तान और चीन में खलबली जरूर मच गई होगी। सेना में लगभग 40 साल से ज्यादा का अनुभव रखने वाले लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान (New Cds Lt Gen Anil Chauhan) कई कमांड की बागडोर हाथ में रख चुके हैं। बालाकोट स्ट्राइक (Balakot Airstrike) में भी ये अहम हिस्सा थे, माना जाता है इस स्ट्राइक की सारी कहानियां इन्होंने ही लिखी थी। सिर्फ इतना ही नहीं जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर में आतंकवाद (Terrorism in Jammu Kashmir) विरोधी अभियानों का सफाया करने में भी नए सीडीएस का अहम रोल रहा है। बालाकोट स्ट्राइक के दौरान वो सैन्य संचालन महानिदेशक (DGMO) थे।
बारामुला में आतंकियों को खत्म करने में अहम योगदान
देश के दूसरे चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ(सीडीएस) बनने वाले अनिल चौहान का जन्म 18 मई 1961 को उत्तराखंड के पौड़ी जिले में हुआ। वह नेशनल डिफेंस एकैडमी (NDA) खडकवासला और भारतीय सैन्य अकादमी (IMA) देहरादून के पूर्व छात्र हैं। उन्हें 1981 में भारतीय सेना की 11 गोरखा राइफल्स में कमीशन दिया गया था। मेजर जनरल रहते हुए उन्होंने उत्तरी कमान में महत्वपूर्ण बारामुला सेक्टर में इन्फैंट्री डिवीजन की कमान संभाली। बाद में लेफ्टिनेंट जनरल के तौर पर उन्होंने पूर्वोत्तर में कोर की कमान हाथों में ली। सितंबर 2019 में वह पूर्वी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ बने। मई 2021 में अपने रिटायरमेंट तक यह पदभार संभाला।
चीन के लिए टेंशन हैं नए सीडीएस
देश के नए सीडीएस लेफ्टिनेंट जनरल चौहान चीन के लिए किसी बड़े टेंशन से कम नहीं हैं। क्योंकि, उन्हें चीन मामलों का एक्सपर्ट माना जाना जाता है। चीन की चाल से लेकर उसकी हर एक गतिविधियों से वो अच्छी तरह से वाकिफ हैं। उनका पूर्वी कमान में लंबा कार्यकाल रहा है। 31 मई, 2021 को वह पूर्वी सेना कमांडर के रूप में ही रिटायर हुए थे। ऑपरेशन सनराइज के भी रचनाकार लेफ्टिनेंट जनरल चौहान ही थे। ये भारत-म्यांमार का संयुक्त सैन्य अभियान था। इसने 2019 में पूर्वोत्तर में कई विद्रोही समूहों को निशाना बनाया था।
भारत सरकार के सैन्य मामलों के विभाग के सचिव के रूप में भी करेंगे काम
पिछले साल 31 मई 2021 को भारतीय सेना से रिटायर होने के बाद भी उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा और रणनीतिक मामलों में योगदान देना जारी रखा। रिटायरमेंट के बाद उन्हें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल की अध्यक्षता में एनएससीएस के सैन्य सलाहकार के रूप में नियुक्त किया गया था। सेना में उनकी विशिष्ट और शानदार सेवा के लिए लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान (सेवानिवृत्त) को परम विशिष्ट सेवा मेडल, उत्तम युद्ध सेवा मेडल, अति विशिष्ट सेवा मेडल, सेना मेडल और विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया गया। देश के दूसरे CDS अनिल चौहान भारत सरकार के सैन्य मामलों के विभाग के सचिव के रूप में भी काम करेंगे।