भारत में जल्द बुलेट ट्रेन दौड़ने वाली है। मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना पर काफी लंबे समय से काम चल रहा था। ये केंद्र सरकार का ड्रीम प्रोजक्ट है लेकिन, महाराष्ट्र में शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस की सरकार आने के बाद इस प्रोजेक्ट की रफ्तार धीमी हो गई थी। बुलेट ट्रेन के आ जाने के बाद से मुंबई से अहमदाबाद सफर करने वालों को काफी आराम हो जाएगा। क्योंकि, बहुत ही कम समय में ये सफर तय किया जाएगा। अब महाराष्ट्र में जब सरकार बदली और एकनाथ शिंदे को राज्य का मुखिया बनाया गया है तो इस परियोजना में भी तेजी आई है। शिंदे सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन के लिए सभी तरह की मंजूरी दे दी है। इस बात की जानकारी महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दी।
देवेंद्र फडणवीस ने बताया कि राज्य सरकार ने मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना को सभी तरह की मंजूरी दे दी है ताकि परियोजना में तेज़ी लाई जा सके। कैबिनेट की बैठक के बाद फडणवीस ने कहा कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने परियोजना को सभी तरह की मंजूरी प्रदान कर दी है। उन्होंने कहा कि लंबित मुद्दे वन संबंधी मंजूरी और भूमि अधिग्रहण समेत अन्य से संबंधित थे।
इसके साथ ही उन्होंने महाराष्ट्र की पूर्व महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार पर भी निशाना साधा है और कहा है कि उस सरकार ने इस परियोजना में तेजी लाने के लिए कोई कदम नहीं उठाए। फडणवीस ने कहा कि, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने परियोजना को सभी तरह की मंजूरी प्रदान कर दी है। लंबित मुद्दे वन संबंधी मंजूरी और भूमि अधिग्रहण समेत अन्य से संबंधित थे। मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना की अनुमानित लागत 1.10 लाख करोड़ रुपये है जिसमें से 88,000 करोड़ रुपये जापान अंतरराष्ट्रीय सहयोग एजेंसी (जेआईसीए) दे रही है। फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र में परियोजना के लिए जरूरी भूमि का 70 फीसदी ठाणे और पालघर जिलों में अधिग्रहित कर लिया गया है। उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास आघाड़ी (MVA) की पिछली सरकार ने परियोजना में तेजी लाने के लिए कोई कदम नहीं उठाए थे। ठाकरे ने रेल मंत्रालय से कहा था कि, वह पुणे और नागपुर शहरों के बीच उच्च गति ट्रेन गलियारा बनाए।
बता दें कि, साल 2017 के सितंबर माह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जापान के तत्कालीन प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने अहमदाबाद में बुलेट ट्रेन परियोजना की नींव रखी थी। ट्रेन 500 किलोमीटर से ज्यादा की दूरी दो घंटे में तय कर सकती है। देश में मौजूद बाकी ट्रेनों की स्पीड की तुलना में बुलेट ट्रेन की स्पीड सबसे ज्यादा होगी।