तमिलनाडु के कोयंबटूर जिले में मंदिर के पास हुए ब्लास्ट को लेकर एनआईए जांच में जुटी हुई है। वहीं हाल ही मिल रही जानकारी के मुताबिक तमिलनाडु के कोयम्बटूर में कोट्टई ईश्वरन मंदिर के सामने हुआ विस्फोट निश्चित रूप से एक आतंकवादी हमला है और इसमें शामिल अपराधी इस्लामिक स्टेट (ISIS) से प्रेरित मॉड्यूल के सदस्य हैं। इस हमले को भारत में एक आईएसआईएस से सहानुभूति रखने वाले व्यक्ति द्वारा ‘आत्मघाती हमले’ का पहला प्रयास कहा जा सकता है। दरअसल, इसमें शामिल अपराधी इस्लामिक स्टेट (ISIS) से प्रेरित मॉड्यूल के सदस्य हैं। इसे भारत में ISIS हमदर्द के आत्मघाती हमले का पहला प्रयास कहा जा सकता है।
हालांकि, इस घटना में सिर्फ हमलावर जमीशा मुबीन मारा गया था। खुफिया एजेंसियों के असेसमेंट में यह बात सामने आई है। कोयंबटूर में अक्टूबर में विस्फोट हुआ था। मंगलुरु ब्लास्ट में भी कर्नाटक पुलिस को आईएस एंगल मिल चुका है। जांच में आरोपी शारिक के घर से विस्फोटक तैयार करने वाली सामग्री बरामद हुई थी। शारिक ISIS से प्रभावित था। शारिक कई हैंडलर्स के साथ काम करता था। इनमें एक अल हिंद भी था जो ISIS से प्रेरित था। शारिक हैंडलर्स से कॉन्टैक्ट करने के लिए डार्क वेब का इस्तेमाल करता था।
सीएनएन-न्यूज18 की रिपोर्ट के मुताबिक, मुबीन अपने आत्मघाती मिशन में ज्यादा से ज्यादा नुकसान का इरादा रखता था। इसका संकेत ब्लास्ट साइट पर विस्फोटक सामग्रमी के अवशेषों से मिलता है। जांच एजेंसियों के नोट में यह बात कही गई है। ईश्वरन मंदिर के अलावा मुबीन और उसके साथियों की अन्य मंदिरों पर भी नजर थी। उन्होंने 23 अक्टूबर को आत्मघाती हमले को अंजाम दिया था। इसके पहले उन्होंने कई बार धनवंतरी मंदिर, संगमेश्वर मंदिर, पुलियाकुलम मंदिर, मुंधी विनयगर मंदिर और कोनियाम्मन मंदिर की भी रेकी की थी।
नोट में कहा गया है कि मुबीन के घर से बड़ी मात्रा में विस्फोटक बनाने की सामग्री मिली थी। साथ ही हाथ से लिखे जेहादी नोट मिले थे। इससे उसकी शैतानी साजिश का पर्दाफाश हुआ है। यह देखने में मिला कि मुबीन और उसके साथियों ने ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के जरिये आईईडी बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाले कुछ रसायनों को खरीदा था। मुबीन और उसके साथी इस्लामिक स्टेट के विचारक और श्रीलंकाई कट्टरपंथी जहरान हाशिम से प्रेरित थे। हाशिम कोलंबो में ईस्टर संडे सीरियल ब्लास्ट में मारा गया था।
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आतंकियों के इरादे खतरनाक
खुफिया अधिकारियों के अनुसार, जमीशा मुबीन की जिंदगी पेचीदा थी। वह एक मैकेनिकल इंजीनियरिंग ग्रेजुएट से पुस्तक विक्रेता बना। उसने दिव्यांग महिला से शादी की। उसकी मां प्रशिक्षित इस्लामी विद्वान हैं। मां ने उसे सख्त इस्लामी जीवन शैली की ओर आगे बढ़ाया। मुबीन नियमित तौर पर मोहम्मद अजहरुद्दीन की क्लास अटेंड करता था। जून 2019 में अजहरुद्दीन कोयंबटूर से गिरफ्तार किया गया था। आईएसआईएस के साथ संबंधों के कारण उसकी गिरफ्तारी हुई थी।
याद दिला दें, 23 अक्टूबर, 2022 कोट्टई ईश्वरन मंदिरके पास एक कार में विस्फोट हुआ था। ब्लास्ट कार में एक युवक का जला हुआ शव मिला था। इस घटना में मंदिर के पास एक अस्थायी शेड को मामूली क्षति के अलावा कोई अन्य नुकसान नहीं हुआ था। मृतक की पहचान जमीशा मुबीन के तौर पर हुई थी।