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किसान आंदोलन 2020: सरकार की अग्नि परीक्षा, किसान नहीं माने तो ये होगा अगला एक्शन!

किसान आंदोलन 2020: सरकार की अग्नि परीक्षा, किसान नहीं माने तो ये होगा अगला एक्शन!

किसानों का आंदोलन 10वें दिन में प्रवेश कर चुका है। शनिवार को  मोदी सरकार (Modi Government) की अग्नि परीक्षा का दिन है। किसानों की मांगों पर ज्यों-ज्यों मोदी सरकार (Modi Government) नरम होती दिखाई दी त्यों-त्यों किसान एक के बाद एक दूसरी मांग जोड़ते गए। एमएसपी को कृषि कानूनों में शामिल करने की मांग को लेकर शुरू हुआ आंदोलन अब तीनों कानूनों को रद्द करने की मांग तक पहुंच गया है। किसानों की आड़ में देश में राजनीति भी तेज हो गई है। देश विरोधी और आतंकवादी संगठन भी किसान आंदोलन की आड़ में सरकार के खिलाफ सक्रिए हो गए हैं। इसलिए मोदी सरकार (Modi Government) के सामने आज (शनिवार) का दिन अग्नि परीक्षा का दिन कहा जा रहा है।

किसानों के एक गुट ने प्रधानमंत्री मोदी का पुतला फूंकने और आज की वार्ता में कोई समाधान न निकलने पर 8 दिसंबर को भारत बंद करने की चेतावनी दी है। दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर डटे किसानों का नेतृत्व कर रहे किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि उन्हें उम्मीद है कि आज समस्या का समाधान निकल आएगा और आंदोलन का सुखद अंत होगा। सिंधु बॉर्डर पर पंजाब से आए किसान नेताओं का कहना है कि वो तो सरकार के द्वार पर आए हैं अब सरकार की जिम्मेदारी है कि उनकी मांगे मानें और आंदोलन को खत्म कराए।

खुफिया एजेंसियों से मिले इनपुट के बाद दिल्ली के सभी बॉर्डर्स पर सुरक्षा के नए इंतजाम बढ़ा दिए गए हैं। इससे पहले गुरुवार को कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसान संगठनों के 40 किसान नेताओं के समूह को आश्वासन दिया था कि सरकार उनकी चिंताओं को दूर करने का हरसंभव प्रयास करेगी। इसके तहत मंडियों को मजबूत बनाने, प्रस्तावित निजी बाजारों के साथ समान परिवेश सृजित करने और विवाद समाधान के लिये किसानों को ऊंची अदालतों में जाने की आजादी दिए जाने जैसे मुद्दों पर विचार करने को तैयार है। उन्होंने यह भी कहा था कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीद व्यवस्था जारी रहेगी।.