कृषि कानूनों की वापसी के बाद किसानों की बाकी मांगों पर भी सरकार के राजी होने के बाद दिल्ली की सीमाओं पर बीते 14 महीनों से डटे किसानों ने आंदोलन अब खत्म कर दिया है। अब किसानों की घर वापसी शुरू हो गई है। रविवार को उनकी वापसी के बाद दोपहर दोनों बॉर्डरों को वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया जाएगा। इसके साथ ही किसानों को रोकने लिए लगाए गए बैरिकेड को हटाने का काम भी युद्धस्तर पर शुरू कर दिया गया है।
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माना जा रहा है कि, गाजीपुर बॉर्डर को 14 दिसंबर शाम या 15 दिसंबर सुबह वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिए जाएंगे। बाहरी उत्तरी जिला पुलिस उपायुक्त बिजेंद्र कुमार यादव ने बताया कि पुलिस बॉर्डर के आसपास के रास्तों पर लगाए गए सभी बेरिकेड को हटा रही है। इसमें कंक्रीट और लोहे की कटीले तार भी बैरिकैड शामिल हैं। उन्होंने उम्मीद जताई है कि सड़क से सभी तरह के बैरिकेड हटाने के बाद रविवार दोपहर तक बॉर्डर को वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया जाएगा।
वहीं, बाहरी दिल्ली के पुलि उपायुक्त परविंदर सिंह ने कहा कि, किसान घरों की ओर रवाना हो गए हैं। पुलिस सड़कों पर लगाए गए बैरिकेड को हटवा रही है। सड़कों की मरम्मत का काम भी चल रहा है उम्मीद है कि सुबह दस बजे के बाद बॉर्डर खोल दिया जाएगा। वहीं, धरना खत्म करने की घोषणा के बाद किसान अपने घर की ओर लौट रहे हैं। किसानों की संख्या कम होते ही पुसि ने बैरिकेड हटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी। शनिवार को सड़क के एक तरफ बनाए हए सीमेंट बैरियर, सड़क पर लगाई गई कील और कटीले तार को हटाने का काम दिनभर चलता है। इसके लिए मजदूरों और जेसीबी मशीन से मदद ली जा रही है।